मेहंदीपुर वालों बाबा को जग में परचम लहरावे से
मेहंदीपुर वालों बाबा को जग में परचम लहरावे से, भगता को काम बनावे से, उसको न रेहवे कोई फ़िक्र जो
मेहंदीपुर वालों बाबा को जग में परचम लहरावे से, भगता को काम बनावे से, उसको न रेहवे कोई फ़िक्र जो
राम सिया राम सिया राम सिया राम जय राम सिया राम सिया राम सिया राम जय राम सिया राम सिया
करते है कीर्तन बाबा रोज तेरे नाम का, सुन लो पवन सूत अर्ज हमारी, मंगल का दिल हो बाबा चाहे
बाबा जो तू मेरे घर आवे आके मने गले से लगावे, तो तेरी मेरी पक्की है जायेगी, तेरी आज जयंती
है मतवाला मेरा रखवाला लाल लंगोटे वाला, बाबा मेरा ये सालासर वाला, बाबा मेरा ये मेहंदीपुर वाला, रोम रोम में
राम जी के साथ जो हनुमान नही होते, राम जी के पुरे काम नही होते, हनुमान पर्वत उठा कर ना
भायो रे भायो रे सालासर का धाम मेरे मन भायो रे आयो रे आयो रे बिगड़े काम बनाने तेरे दर
भक्तों में भक्त बड़े अंजनी माँ के लाला, भक्तों में भक्त बड़े मेरे बजरंग बाला, प्यारे है मेरे बाबा बड़े
अंजनी को लालो बड़ो प्यारो लागे, ये तो देव म्हणे सब से ही न्यारो लागे, केसरी नंदन जग वंदन भक्तो
कसिने सजाया मंदिर तेरा, बड़ा प्यारा लागे बड़ा सोहना लगे, चोला सिंधुरी ये किसने चड्या, मस्तक पे केसर ये तिलक