सुंदरकाण्ड का पाठ करो
सुंदरकाण्ड का पाठ करो मन इशा फल पा लो, बाबा प्रसन हो जाये राम नाम गुण गा लो, आया बाबा
सुंदरकाण्ड का पाठ करो मन इशा फल पा लो, बाबा प्रसन हो जाये राम नाम गुण गा लो, आया बाबा
यो बाबा तेरा सोटा करे रे कमाल, तने पूजे दुनिया सारी ये मेहंदीपुर शनि मंगलवार, तेरा मेला लागे बाहरी बाबा
दोहा: बेगी हरो हनुमान महाप्रभु, जो कछु संकट होए हमारो | कौन से संकट मोर गरीब को जो तुम से
मेहंदीपुर में देख ले झुकती आकर ये दुनिया सारी, कटते हैं उनके संकट आते जो नर नारी महिमा का तेरी
कीर्तन में बाबा आयो रे रंग न्यारा लगा बरसने, पैर पैजनिया छम छम बाजे राम दीवाना मस्ती में नाचे गुण
बड़ी किस्मत वाले फूल है ये जो बाला जी को सजाते है, इन भगतो का भी कया कहना जो दर
मैं हु किस्मत की मारी ठोकर खा खा के हारी, घाटे वाले बाबा जी मैंने ले ली शरण तुम्हरी, चरणों
मंगल मूरति मारुती नंदन सकल अमंगल मूल निकंदन पवन तनय संतन हितकारी हृदय विराजत अवध बिहारी मात पिता गुरु गणपत
लाल लंगोटा लाल सिंधुरी बदन पे सांजे है, राम मगन हो राम दीवाना छम छम नाचे है, सीने में सिया
मेहंदीपुर के बाला जी की दुनिया जय जय कार करे, अपने भक्तो की बाला जी पल में नैया पार करे,