भव सागर को पार करे
भव सागर को पार करे .ऐसा कुछ उपचार करे । मारुती नंदन की आओ, हम सब जय जयकार करे, शंकर
भव सागर को पार करे .ऐसा कुछ उपचार करे । मारुती नंदन की आओ, हम सब जय जयकार करे, शंकर
नाच रहे छमा छम नाच रहे हनुमान, हाथो में कड्ताल वाजे सीने में साईं राम, नाच रहे हनुमान…… राम नाम
सभी देवो से सुंदर है मेरे हनुमान जी का दिल, सिया रघुवर का मंदिर है मेरे हनुमान जी का दिल
रहते हो आप हैं बजरंग राम जी के पाँव में हमको भी चरणों से लगाए रखना सागर को फांदे पल
मेहंदीपुर वाले बाला के दरबार में अरजिया चल के अपनी लगाये गे हम जो सुनी न हमारी किसी ने कही
मेरी मस्ती सी चढ़ जावे बाबा तने देख के, जब आउ सु तेरे भवन में, डूबे से प्यासे मेरे नैनं
ओ संकट काट रहे मेरे बाला जी, जिस ने भी धरखासत लगाई मेरे बाबा ने गधा घुमाई ओ गुपटे बाँट
बजरंगी तुझे मैं गावूं , तेरी जय होये I तेरा हर पल ध्यान लगाऊं , तेरी जय होये II करते
यमुना के तट पर है धाम तेरा बाबा, सब कहते है तुमको मरघट वाले बाबा, मंगल शानिषर को तेरी पूजा
ओ सुन अंजनी के लाला, मुझे तेरा एक सहारा, मुझे अपनी शरण में ले लो, मैं बालक हूँ दुखियारा, माथे