लल्ला की सुन के मै आयी, यशोदा मैया देदो बधाई,
लल्ला की सुन के मै आयी, यशोदा मैया देदो बधाई, कान्हा की सुनके मै आयी, यशोदा मैया देदो बधाई, लाला
लल्ला की सुन के मै आयी, यशोदा मैया देदो बधाई, कान्हा की सुनके मै आयी, यशोदा मैया देदो बधाई, लाला
कान्हा रे सुन विनती मेरी एक झलक दिखला देमेरे तपते अंतर में तेरी प्रीत की नीर बहा दे..एक झलक दिखला
कन्हैया तेरी मुरली , सोने न देतीरोना चाहें यह अँखियाँ रोने न देती… मन में प्रेम रागिनी का करती संचारचितवन
चक पूछत- पूछत आ गये,पुरी द्वारिका द्वार। ित भवन सब देखते,शोभा बनी अपार। द्वार पाल ने आ कहा,पूछ रहे प्रभु
सखी झूला झूले राधा प्यारी,झूला खींचे मेरे बाँके बिहारी मेरो रमन बिहारी। चहूँ दिश साबन मास है छाया, झूलन उत्सब
।।श्रीराधे।।लक्ष्मी की अवतार हैं राधाविष्णु की चमत्कार हैं राधाजगत में जो ईश्वर कहलायाउस कृष्ण की आधार हैं राधा वृंदावन की
ऐसा क्या जादू कर डाला,,,,,मुरली जादूगारी ने,….किस कारण से संग में मुरली,,,रखी है गिरधारी ने, बाँस के एक टुकडे में,,,ऐसा
कजरारी तेरी आँखों में क्या,भरा हुआ कुछ टोना है ।तेरा तो हसन औरों का मरन,अब जान हाथ से धोना है
हे मैया… यशोमती मैय्या से,बोली बृज बाला,लूट लियो मेरो माखन,तेरो नन्दलाला । पहले सुनाई मुरली,मन हर लिन्हो,सुध बुध भुलाई मैय्या,ऐसो
हे कृष्णवदन हे मधुसूदन,घनश्याम कहे या मनमोहना। नन्दलाल, गोविन्द गोपाल तेरे दर्शन को तरस रहे नैना।श्यामल पंखी तेरा मोर मुकुट,