
बाँह पकड़ ले रे श्याम मेरी बाँह पकड़ ले रे
चलते चलते हार गया मैं बाँह पकड़ ले रे, बाँह पकड़ ले रे श्याम मेरी बाँह पकड़ ले रे, जीवन

चलते चलते हार गया मैं बाँह पकड़ ले रे, बाँह पकड़ ले रे श्याम मेरी बाँह पकड़ ले रे, जीवन

बांके बिहारी मेरा दिल लुट ले गया, दिल लुट ले गया मैं वेखदा ही रह गया, लोकी कहन्दे झल्ला ए

मेरी जिंदगी संवर जाए अगर तुम मिलने आ जाओ, तम्मना फिर मचल जाए अगर तुम मिलने आ जाओ, झलक ते

प्रेमियों प्रेम से बोलो गोविन्द हरे हरे गोविन्द हरे हरे गोपाल हरे हरे मेरे सोने सावरे दा रूप निराला है,

कान्हा जी मोरे नैनन में बस जाओ: कान्हा जी मोरे नैनन में बस जाओ, जगत मोहें कान्हामय लागे, ऐसी ज्योति

नर देहि पायी चित्त चरण कमल दीजै, दीन बचन संतन संग दरस परस कीजै लीला गुण अमृत रस श्रवणन पुट

मिलना हमे तुमसे ये सोच के आए हैं, खाली न लौटाना विश्वाश लाये है, मेरे श्याम किरपा निधान, सुनो घनश्याम

तेरे संग में रहेंगे, ओ मोहना, ओ, तेरे संग में रहेंगे, ओ मोहना ओ मोहना, ओ सोहना ओ मोहना, ओ

आवो कन्हैया आवो मुरारी, तेरे दर पे आया सुदामा पुजारी, क्या मैं बताऊ क्या मैं सुनाऊ, इक दुःख नही जो

चोरी दूध दही मखन दी करदा नन्दलाल फड़ेया गया फड़ेया गया नि फड़ेया गया नन्द दा लाल फड़ेया गया, चोरी