
साँईं नाथ की चली पालकी गूंज रहे जयकारे
साँईं नाथ की चली पालकी गूंज रहे जयकारे, चलो चलो शिरडी की नगरियां साई नाथ के द्वारे, हुए मगन साई

साँईं नाथ की चली पालकी गूंज रहे जयकारे, चलो चलो शिरडी की नगरियां साई नाथ के द्वारे, हुए मगन साई

श्याम को अपना बना कर देख ले, दिल के कोने में बिठा कर देखले, इतना सीधा है मेरा ठाकुर यही,

मुझ से न रूठो राधा मुह मोड़ के जाओ न ओ राधिके दिल तोड़ के जाओ न तेरे बिना राधा

श्याम मेरा प्यारा है धाम तेरा प्यारा है कितना सुंदर ये खाटू का नजारा है श्याम मेरा प्यारा है धाम

श्याम तुम्हारे रंग में रंग गई बई रे ववरियाँ रे, के आया फागण मॉस राधा नाचे बन के जोगणिया रे,

परदे में बैठे बैठे यूँ ना मुस्कुराइए, आ गए तेरे दीवाने ज़रा पर्दा हटाइए । पर्दा तेरा हमे नहीं मंजूर

तेरे लाखो करोड़ो दीवाने बाबा आये है तुझको मनाने, नैया लगा दे पार जाओ झूम सांवरिया, हाथो में तेरे पतवार

छोटो सो नानो सो कुञ्ज में विराजो नन्द लाल कान्हो छोटो सो मैं जब पनिया भरने जाऊ वही मचले वही

कान्हा मोहे रंग लगादे तोपे बली बली जाऊँ ऐसी रंग दे अपने रंग में तेरे रंग रंग जाऊँ ऐसी होरी

मेरे सांवरे सलोने का कोई जवाब नहीं कब किसको क्या देदे कोई हिसाब नहीं श्याम जैसा डाटा नहीं कोई संसार