
राम को प्यारी मैं हु श्याम को प्यारी
राम को प्यारी मैं हु श्याम को प्यारी, रूप हु माँ का मैं हु दोलत तुम्हारी, सीने पे फिर क्यों

राम को प्यारी मैं हु श्याम को प्यारी, रूप हु माँ का मैं हु दोलत तुम्हारी, सीने पे फिर क्यों

तेरी मेहरबानी का है बोज इतना, की मैं तो उठाने के काबिल नही हूँ । मैं आ तो गया हूँ

चलो चलो वृंदावन धाम भजलो भजलो हरी का नाम तेरी नैया पार लगायेगे प्रभु कष्टों को दूर भगाएगे प्रभु, तेरे

श्याम बाबा की लगी मोपे शाप है, सांवरियां मेरा माई बाप है, सच्चा बाबा का दरबार झुकता है सारा संसार

तेरा नाम लिया तुझे मान लिया अब कर दो बेडा पार सुन लो इस दुखिया की पुकार सुन लो इस

लगी होगी मेरे हाथ हथकड़ी पड़ी होगी मुझ पर जो मुश्किल बड़ी मेरे जज बन जाना श्याम तुम आ जाना

बोलो सांवरिया सेठ की जय हो जय हो मिलोगे मोहन तो बताएँगे तो बताएँगे तुम्ही सरकार हो मेरे ओ साँवरे

मेरे दिल का ना कोई ठिकाना, मैं तो श्याम का हो गया दीवाना, बंसी वाले का हो गया दीवाना, कान्हा

सवारे रसिया से हो गई अपनी यारी, हो गई अपनी यारी, लागे बड़ी प्यारी ये रसिया मोहे लागो प्यारो, तीन

मेरे बांकी बिहारी सरकार रंगीले सांवरिया, ये तो करते है सब से प्यार रंगीले सांवरिया, तिर्शी नैनो से तीर चलावे