
तेरी चौखट पे जो भी आएगा
तेरी चौखट पे जो भी आएगा, जो है बेबस लाचार इस दर से सारी दुनिया की खुशिया पाएगा, तेरा दरबार

तेरी चौखट पे जो भी आएगा, जो है बेबस लाचार इस दर से सारी दुनिया की खुशिया पाएगा, तेरा दरबार

सारी सारी रात जागु राधा तेरी याद में, पागल हुआ मैं राधा पेहली मुलाक़ात में खिली मुरजाई सारी कलिया हो

अधरं मधुरं वदनं मधुरं नयनं मधुरं हसितं मधुरम् । हृदयं मधुरं गमनं मधुरं मधुराधिपतेरखिलं मधुरम् ॥ 1 ॥ वचनं मधुरं

वृन्दावन जाने वालो वृन्दावन जाने वालो बांके बिहारी के नाम मेरा पैगाम ले जाओ वृन्दावन जाने वालो वृन्दावन जाने वालो

श्याम से राधा कह रही, नेक मेहंदी लगाए दे साँवरिया, मेहंदी की तू रंग चढ़ाये दे रे, मेरे मन की

हे कान्हा मोहें, बहुत सतावत तोरी अँखियाँ, हे कान्हा मोहें, बहुत सतावत तोरी अँखियाँII चहुँ दिस में कहुँ ठौर नाही

ओ मैया तेरो लाडलो मेरी रोज मटकिया फोड़े मेरी रोज मटकिया फोड़े मेरी रोज मटकिया फोड़े ओ मैया तेरो लाडलो

भजमन शंकर भोले नाथ डमरू मधुर भजाने वाले, डमरू मधुर भजाने वाले, मुक्ती हेतु वसाई काशी, यहाँ रहे भोले अवनाशी,

युग युग जीवे री यशोदा मैया तेरो ललना तेरो ललना री मैया झूले पलना युग युग जीवे री यशोदा मैया

दिलदार कन्हैया से नाता जो पुराना है, अंतिम सांसो तक इस रिश्ते को निभाना है, जब दाव लगाया है क्या