
पलक निहारु छवि तेरी
मेरे श्याम बाबा सुन लो एक अर्ज ये मेरी , छोड़ के जाऊ जब दुनियां सांवरे पलक निहारु छवि तेरी,

मेरे श्याम बाबा सुन लो एक अर्ज ये मेरी , छोड़ के जाऊ जब दुनियां सांवरे पलक निहारु छवि तेरी,

तन मन बोले श्याम श्याम ना श्याम बिना कोई भाये न श्याम ही मेरे ठाकुर है और श्याम ही मेरे

धुन- छुप गए सारे नज़ारे जब जब, विपदा आई, बाबा साथ आ गया, मेरे सिर पे, साँवरिया का, हाथ आ

साई मुझको देखना है के तू कितना मेहरबान है, ये मेरा इम्तेहान नहीं तेरा इम्तेहान है, गिरती रही चमन पे

तू राधा राधा बोल नि जिन्दे , राधा नाम अमूलडा केहना जिन्दे मन ले संता दा केहना, तू राधा राधा

तेरी कृपा का भरोसा भारी राधा रानी, तू तो किरपा की है मूरति राधा रानी, तू तो किरपा ही किरपा

मुझको भी इक बार भूलना, देखो मेरा दिल न दुखाना, दर पे तेरे सांवरियां, जैसा मेला लगता है मेले में

देखो सावरे के संग गोरी झूले री हिंडोला राधा झूले री हिंडोला… जमुना के तीरे, कदम की छइयां पहिरे चीर

सुन यशोदा तेरो लाला पनघट पे मारे कंकर, झट दौड़ आयो वो मटकी फोड़ आयो । समझाई ले कान्हा कूँ

सीता जी के भाग जगे श्री राम ने माला पहनाई, देवर यु बन गये शत्रु घन लखन भरत तीनो भाई,