
यारी मेरी लग गई रे लग गई श्याम के साथ
यारी मेरी लग गई रे लग गई श्याम के साथ ऐसी लग गई यारी श्याम से मेरी हो गई श्याम

यारी मेरी लग गई रे लग गई श्याम के साथ ऐसी लग गई यारी श्याम से मेरी हो गई श्याम

जब से मिला है दर ये तुम्हारा, तेरे भरोसे बाबा जीवन हमारा, जब से मिला है दर ये कहने को

हर मावस श्याम धनि अभिषेक कराते है, उस जल से कितने ही प्रेमी तर जाते है, ये श्याम के मुखड़े

राधा कृष्ण ने मिल कर खेली बरसाने की होली, संग किशन के ग्वाल सखा है सखियाँ राधा टोली, होली रे

तुम्हारे दर पे आना चाहती हूँ अगर हरी तू जरा सी आस देदे, तुम्हे अपना बनाना चाहती हु, मैं आई

लिखा है खत में तुझे अपने दिल की बात , हे श्याम संभालो आकर है लाज तुम्हारे हाथ, लिखा है

नटवर नागर नंदा, भजो रे मन गोविंदा शयाम सुंदर मुख चंदा, भजो रे मन गोविंदा नटवर नागर नंदा… तूं ही

जप राधे राधे नाम चिंता हर लेंगे श्याम, चिंता नही है किसी बात की सरकार श्री राधा रानी है, इनके

शरण में आये हैं हम तुम्हारी, दया करो हे दयालु भगवन । संभालो बिगड़ी दशा हमारी, दया करो हे दयालु

गोबिन्द कबहुं मिलै पिया मेरा चरण-कंवल को हंस-हंस देखू राखूं नैणां नेरा गोबिंद कबहुं मिलै पिया मेरा निरखणकूं मोहि चाव