
ओ सँवारे तेरी याद सताई है
श्याम सांवरिया तेरे भगत ने अलख जगाई है , ओ सँवारे तेरी याद सताई है मोरछड़ी तेरी बाबा करती ये

श्याम सांवरिया तेरे भगत ने अलख जगाई है , ओ सँवारे तेरी याद सताई है मोरछड़ी तेरी बाबा करती ये

राधे राधे बोल शाम आएंगे आएंगे शाम आएंगे निकलेगा तेरी भक्ति का परिणाम तेरे घर भी आएंगे घनश्याम राधे राधे

आजा रे सहारा देने श्याम, सहारा देने आजा रे आजा रे , ओ हारे के सहारे देर न कर श्याम

अब तो सारे जहाँ पे यही शोर है मेरा सावरिया श्याम बड़ा चितचोर है हुई अखियाँ ये चार हुआ बुरा

भक्तों की टोली संग झूम झूम जायेंगे इस बार होली खाटू धाम की मनाएंगे वहां होलिया में उड़े रे गुलाल

तेरा साथ निभायेगा विश्वाश जररी है, तेरी बिगड़ी बनाएगा विस्वाश जरुरी है, जिस दिन भी तू सच्चे मन से इसका

तू कहा है ये बता दे अब मुझको तू बुलाले, मुझे चरणों में वसा ले, तूने ही तो जग के

हरुना से मत न कर तू कोई भी सवाल रे, हरुना से मत न पूछे कोई भी सवाल रे, दर

बाहर आ जाओ बांके बिहारी, होली होगी हमारी तुम्हारी , तेरी माथे पे चुनरी उड़ाऊंगी गोटेदार तेह लहंगा पहनाऊंगी तोह

होली आई रे होली आई रे होली आई वृन्दावन खेले गोरी, भागन पे आयो है फागण महीना कभू प्रेम की