
सब जीते जी के झगडे हैं
सब जीते जी के झगडे हैं ये मेरा है वो तेरा है जब तन से स्वासें निकल गई क्या तेरा

सब जीते जी के झगडे हैं ये मेरा है वो तेरा है जब तन से स्वासें निकल गई क्या तेरा

राधे राधे सब जग कहंदा मैं भी कहंदा राधे इस राधे नु वेखन दे लइ कई खड़े विच राह दे

आजा रे कान्हा आजा,हमरी नगरिया आजा प्यासी इन अँखियों की प्यास बुझाजा, त्रेता में आये थे तुम। द्वापर में आये

बालापन का याराना तेरा ओर कृष्ण मुरारी का। उसके डोरे चला जा वो, फर्ज निभा दे यारी का॥ कैई -2

हे दीं बंदु दयालु कहा हो, मैं गम का मारा लेने सहारा, आया हु दर पे तेरे मुझे भी निभाओ,

मेरे रोम रोम में श्याम मगन मैं नाचू गी, नाचू गी मैं नाचूंगी मुझे दुनिया से क्या काम मगन मैं

श्याम ओ मेरे श्याम मेरे सांवरे तेरी कृपा ना होती अगर कटता न ज़िन्दगी का सफर श्याम ओ मेरे श्याम

माखन चुरा के लेंगे कान्हा सुन लो दाऊ जी साच कहु मैं दाऊ जी दूध दही लुढ़का गए कान्हा ,

प्रेम से जो भी मांगे इनसे कोड़ी लगे ना दाम है करने वाला श्याम कराने वाला मेरा श्याम है घर

सांवरे तुमसे विनती यही है इस कहर से प्रभु अब बचाओ काल ने घेर रखा है हमको इसके पंजे से