
दिल लूटने वाले सांवरियां
दिल लूटने वाले सांवरियां तेरी मुरली भजे मेरी पायलियाँ दिल लूटने वाले सांवरियां मेरी मुरली भजे तेरी पायलियाँ यमुना तट

दिल लूटने वाले सांवरियां तेरी मुरली भजे मेरी पायलियाँ दिल लूटने वाले सांवरियां मेरी मुरली भजे तेरी पायलियाँ यमुना तट

हो माने ना छेड़ो जी नन्द लाल मटकिया सिर से गिर जायेगी, राधे धीरे धीरे चाल कमर में लचकी पड़

सांवरिया मेरी मटकी में कंकर मत मारे, गुजरियां मटकी माखन की निचे क्यों न उतारे, जब मथुरा से वापिस आऊ

एहम करे किस बात का कोई मौत से किस की यारी है, आज मेरी आ सकती है फिर कल को

कोई जांदे होये सजना नु मोड़े, सुन ले दुआवा मेरियाँ रबा कदी भी न पेन विछोड़े, सुन ले दुआवा मेरियाँ

तेरे आने की जब खबर मेहके तेरी खुश्बू से सारा घर मेहके, रात भर सोचता रहा उनको दीद हो जाए

हर रोती हुई आँख को हंसा तेरी मेहरबानी होवेगी हर हारे हुए प्रेमी को जीता तेरी मेहरबानी होवेगी बार बार

हरी तुझ्या मुरलिने सारे रे, मन मोहिले माझे डोळ्या शी कूम कूम कपाळी काजळ हल्दी ने मळवट भरीले मन मोहिले

चलो मन गंगा यमुना तीर, गंगा यमुना निर्मल पानी शीतल होत चली, चलो मन गंगा यमुना तीर, बंसी बजावत गावत

हिमत ना हारिये प्रभु न विसारिये हस्ते हसाते हुए जीवन गुजारिये, हिमत ना हारिये प्रभु न विसारिये सुख दुःख आये