
मेरे सांवरे की ये दया का असर
मेरे सांवरे की ये दया का असर है जहाँ देखता हूँ ये आता नज़र है मेरे सांवरे की ये …………

मेरे सांवरे की ये दया का असर है जहाँ देखता हूँ ये आता नज़र है मेरे सांवरे की ये …………

झनक उठे पाओ की प्यालियाँ भजे रे जब श्याम की मुरलियां सुध बुध खोई राधा यमुना के तट पे नाच

बुलाओगे कब ओ श्याम प्यारे दरश की आशा है अब तो मन में सुनाएंगे हम तो हाल दिल का जो

कान्हा प्रेम की डोर से मोहे खीचे बड़ी जोर तेरे नैनो ने मुझ पे ये जादू किया तुम से है

कैसे कहे हम श्याम बिन मन को आये न पल भर चैन कहीयो उह्दो कान्हा जी से बरसात है नित

तेरी गलियों में आने जाने से, दुश्मनी हो गई जमाने से शोके दीदार दे रहा है सदा, मिलने आ जा

अब किसी महफ़िल में जाने,की हमें फुर्सत नहीं, दुनिया वालो को मनाने, की हमें फुर्सत नहीं एक दिल है जिसमे

तेरी चोकठ पे आ जाने से सिर मेरा झुक जाता है, तुझसे मांगू मैं और भी क्या बिन मांगे ही

कन्हैया चले आना के जी ना लगे बंसी जरा बजाना के जी न लगे, कन्हैया चले आना के जी ना

सावरिया मन भाये गयो री, सावरिया मन भाये गयो री, सांवरिया मेरो सांवरिया सावरिया मन भाये गयो री तेरी प्रीत