
मैं हूँ बृजबाला तू है ग्वाला रे
मैं हूँ बृजबाला तू है ग्वाला रे सांवरिया, काहे करे छेड़खानी काहे करे मनमानी, ओ सांवरिया सांवरिया, तू है ब्रजबाला

मैं हूँ बृजबाला तू है ग्वाला रे सांवरिया, काहे करे छेड़खानी काहे करे मनमानी, ओ सांवरिया सांवरिया, तू है ब्रजबाला

जब प्यार किया तो डरना क्या मत ख्याल करे इस वारे में नही राधा खोट हमारे में, मैं तेरा प्यारा

जिस का हु मैं उसे अपना बनाना है बांके बिहारी को दिल में वसाना है, सांसो की लड़ी ना जाने

एल खेळ नदी बहवे ओ पाणी कित जासी राज, आधो जासी गळ्या गळ्या आधो इसर न्हासी राज, ईशर घणा बधावणा

नन्द लाला तेरा मन काला जरा मटकी मेरी छोड़ दे वरना मैं ला दूंगी १०० नंबर रोज रोज मस्ती में

बनू दास जनम जनम तक यो ही आयो मांग ने मैया थारे आगने, मंगल गाऊ घर घर जा कर था

अगर तुम में चोरी की, आदत न होती , तो ब्रज में यूँ मोहन, बगावत न होती ,, जो घर-घर

मेरे बाँके बिहारी पिया चुरा दिल मेरा लिया॥ मस्ती में एसी खोई प्रेम दीवानी मीरा होई, तेरे प्रेम की ना

सखी री छैल बिहारी से निगोड़ी लड़ गयी अँखियाँ सखी री छैल बिहारी से, निगोड़ी लड़ गयी अँखियाँ, मनाई लाख

गजब मेरे खाटू वाले गजब थारे ठाठ निराले सेठो के सेठ बाबा श्याम है खाटू जाने वाले हर प्रेमी को