
करके दर्शन परशन हुई
रास रचिया सावरे , मनमोहन गोपाल , लाज भक्त की राखते , माधव दीन दयाल, करके दर्शन परशन हुई ,

रास रचिया सावरे , मनमोहन गोपाल , लाज भक्त की राखते , माधव दीन दयाल, करके दर्शन परशन हुई ,

गोविंद गोपाल ओ सांबरे गोबिंद गोपाल ओ सांवरे काग उड़ामां मैं ओसिया पामां बेड़े मेरे आ सांवरे गोबिंद गोपाल…….. नाम

किस्मत बदल गई है मेरी राधे राधे गा कर राधे राधे गा कर बरसाने में आकर मंजिल भी मिल गई

तेरी नाह चराऊ गैया री मैया यसोदा री-॥ में दिन निकरे को जाऊ सबरे वन में गूम आऊ-॥ घर भूखो

ओह कान्हा अब तो मुरली की मधुर सुना दो तां, ओह कान्हा अब तो मुरली की मधुर सुना दो तां,

क्या लगदे क्या लगदे घनश्याम मीरा नी तेरे क्या लगदे मीरा जाई जंगला च रेहँदी राणा करे बदनाम मीरा नी

मेरा शाम नंदलाल है जग से निराला ।। जग से निराला ,सारे जग से निराला ।। शाम नंदलाल गौकूल में

मैं तो गावूं राधे राधे, मैं तो गावूं राधे राधे I मेरे मन में बस गए श्याम , मैं तो

तेरी बिगड़ी बना देगी चरण रज राधा प्यारी की । तू बस एक बार श्रद्धा से लगा कर देख मस्तक

मनमोहना दे दे मुँदरी जेहड़ी तू मेरी चुराई होई हां नंदलाला दे दें मुँदरी जेहड़ी तू मेरी चुराई होई हां