हर वेले दिल कहे करू तेरा सजदा
कान्हा चाहू तुझे बस युही तकदा, हर वेले दिल कहे करू तेरा सजदा, होठो पे तेरे मोहन बंसी निराली है
कान्हा चाहू तुझे बस युही तकदा, हर वेले दिल कहे करू तेरा सजदा, होठो पे तेरे मोहन बंसी निराली है
ये दिल तेरा दीवाना बता क्या करे सांवरे तुमको पाना बता क्या करे जो भी कहोगे वो ही करूँगा ये
रास रचाओ नन्द लाल छमा छम नाचू गी मुरली बजाओ नन्द लाल छमा छम नाचू गी लेकर संग में सखी
मेरे तो गिरधर गोपाल, दूसरो ना कोई जाके सर मोर-मुकुट, मेरो पति सोई कोई कहे कारो,कोई कहे गोरो लियो है
सपने में रात में आया मुरली वाला री, मेरे दिल में बस गयो श्याम जपू मैं माला री , वो
द्रोपति न बांध्यो जेख चार तार म म्हारी राधा न बांध्यो ओख प्रेम तार म जात की भीलनी शबरी ,
ढूंडती हु जिसे याहा से वाहा, कोई कह दे है मेरा कान्हा कहा, सुना सुना ये लगता सारा जहां, कोई
मेरा रिश्ता श्याम से है के मुझसे ग़म डरे रहते, जरूरत न पड़े मुझको कभी दर दर भटकने की, श्याम
राधा मीरा दीवानी है घनश्याम की, जप्ती दोनों की माला श्याम नाम की, मीरा ढूंढे मोहन को हर च्वारे गली,
साथी हारे का तू मुझको भी जताने आजा, तू मेरी लाज को लूटने से बचाने आजा, रिश्तो के खेल से