
ओ संवारे ओ संवारे
ओ संवारे ओ संवारे, यही है विनती तुमसे ओ बाबा रहना साथ मेरे ओ संवारे ओ संवारे, जब तुम हो

ओ संवारे ओ संवारे, यही है विनती तुमसे ओ बाबा रहना साथ मेरे ओ संवारे ओ संवारे, जब तुम हो

कृष्ण जिन का नाम है, गोकुल जिन का धाम है, ऐसे श्री भगवान् को बारम्बार प्रणाम है। यशोदी जिन की

बड़ी दूर से मैं आया तेरे दवार संवारे सच कहू आया दुनिया से हार संवारे मैंने सुना तेरा नाम दीना

ठोको ताली प्यारे मुह से बोलो राधे राधे राधे बंद किस्मत के ताले को खोलो राधे राधे जिन में दीखते

तेरी दर्शन की है आस, अब मैं जाओ कहा श्यामा, चरण पड़ा हु मैं आन अब मैं जाओ कहा श्यामा,

परिवार मेरा खुशहाल हो मैंने इतना ही मंगा सुन ले कन्हैया मनुहार, डोर पकड़ ले हम देने की प्रेम का

ओ बंदे सब कुछ है तेरे पास समझ न आया फिर काहे की करता फिरे तलाश, ओ बंदे सब कुछ

जादूगर श्याम मेरा दिल लूट ले गया सोना जेहा मुखड़ा मैं वेखदा ही रह गया सोना जेहा मुखड़ा मैं वेखदा

चलो चलें यशोदा धाम, सखी री बहुत सतावे श्याम। मैया से कहेंगे, तेरा गोपाला, कपटी छलिया मन का काला। इससे

जब से गये मेरे मोहन परदेश में। तब से रहती हूँ पगली के वेश में॥ कभी नींद न आये,कभी नैना