
अपना कोई नहीं अपना तो श्याम संवारा
अपना कोई नहीं अपना तो श्याम संवारा, जिसको पगले तू समजे है अपना दुनिया है इक सपना, मतलब की सब

अपना कोई नहीं अपना तो श्याम संवारा, जिसको पगले तू समजे है अपना दुनिया है इक सपना, मतलब की सब

यशोदा माँ के होइयो लाल बधाई सारे भगता ने, बधाई सारे भगता ने भाजे रे भाजे देखो थाल बधाई सारे

फ़सी भँवर में थी मेरी नैया चलाई तूने तो चल पड़ी है, पड़ी जो सोइ थी मेरी किस्मत वो मौज

तोड़ी न टूटे छोड़ी न छूटे, ऐसी माधव की चितली , यु ललन सो प्रीत बनी बलि बलि जाऊ श्याम

दिल कैसे तुझको पाये करूँ कौंन सा यतंन, रग रग में तूँ समाये,करूँ कौंन सा यतंन में, दिल कैसे…. मैं

श्याम की मुरली मधुर सुहावे रास रमवाने गोपी आवे हो कल कल यमुना बहती जावे रास में सज धज राधा

आज खुला कारागार कृष्णा ने लियो अवतार निर्मल दिशाए हो गई फूलो में डाल खो गई मंध मंध शीतल पवन

कुन जाने कद कौन से बेष में सांवरियो घर आ जावे, घर आया को मान राख जो भूल कोई न

जबसे मुझे ये तेरा दरबार मिला है, प्यार मिला है रे बहुत प्यार मिला है, नजरो को जबसे तेरा देदार

ढोल नगाड़े बाजे बाजे शहनाइयां, श्याम भजन की भक्तो तुमको हो वदाहियाँ, रंग भक्ति में रंग के भगतो आज न