
हरि नाम बिन पार लगे ना
करले करले भजन जो उतरना हो पार ना तो जीवन की नैया रहेगी मजधार हरि नाम बिन पार लगे ना

करले करले भजन जो उतरना हो पार ना तो जीवन की नैया रहेगी मजधार हरि नाम बिन पार लगे ना

तुम पास पास रहना तुम साथ साथ रहना, राही नया नया हूँ हमराही बन कर रहना, राहे है टेढ़ी मेढ़ी

बोलो बोलो रे गोपाला बोलो मैं तेरी तुम मेरे होलो मीरा ने तुम्हे पुकारा हरि आ कर दिया सहारा प्याले

राधा से होली खेलन मेरा श्याम आ गया बरसाने में, होली खेले सांवरिया तो रंग उड़े बरसाने में, तुम पकड़

मेरे दिल न दीवाना कर गई ओये, ऐहडी आँख मस्तानी लड़ गई, मेरे दिल न दीवाना कर गई ओये, मैं

मैनु ब्रिज दे सपने आउंदे ने इंज लगदा श्याम बुलाउंदे ने, मैनु उठदे बहन्दे सोहन्दे जगदे नशा रवे दिल दार

मनमोहन मुरली वाले,ओ भक्तों के रखवाले ओ बेड़ापार करईया हो….. खेवइया भवसागर की नैया बेड़ा पार करईया हो, मनमोहन मुरली

श्याम बंसी ना बुल्लां उत्ते रख अड़ेया । तेरी बंसी पवाडे पाए लख अड़ेया । तेरी बंसी तो वारे वारे

ओ रे कन्हिया छोड़ो मोरी बहियाँ, सुबह से हो गई श्याम अब घर जाना है घर में बहुत है काम

नेक आगे श्याम तोपे रंग डारु, नेक आगे आ रंग डारु तेरे अंगन सारू लाला तेरे गालन पाई गुलचा मारूं,