लाज रख ले तू मुरली वालेया
वाह मेरे कृष्णा तेरी कुदरत, ते तेरिया बेपरवहिया जेरहिया गल्ला मेरे चित्त न चेते, आज ओहि देखनी
वाह मेरे कृष्णा तेरी कुदरत, ते तेरिया बेपरवहिया जेरहिया गल्ला मेरे चित्त न चेते, आज ओहि देखनी
कैसे करूँ शुक्रिया इतना दिया है दाता, झोली में ना समाता किरपा पे तेरी जिया, कैसे करूँ शुक्रिया…… मेरी राहो
तेरा मेरे परिवार पे है बड़ा श्याम उपकार रे मुझको अपने दिल में रखना तुम भी मेरे दिल में रहना
खुशबु के बिना चन्दन सुना, उपवन सुना ये बहार बिना, मैं सुनी सांवरियां तेरे प्यार बिना, प्रेम दीवानी बनी सँवारे
ओ साँवरिया तूने पागल ही कर दिया कारे कारे नैनो से घायल ही कर दियां ओ साँवरिया तूने पागल ही
यशोदा तेरा ललना सताए हम को कभी मटकी को फोड़े कभी बहियाँ मरोड़े कभी ऊँगली पकड़ के नचाये हम को
मैंने कुटिया आज सजाई आजा आजा कृष्ण कन्हाई, तेरे दर्शन की प्यास जगे कन्हियाँ आजा घडी दो घड़ी, मैंने कुटिया
ये सूंदर शृंगार सुहाना लगता है, भगतो का तो दिल दीवाना लगता है, ऐसे न देखो नजर लग जायेगी, ये
झूला झूले कन्हियाँ झूला झूले, झूला झूले कानहुडु झूला झूले, यशोदा मियां डोर हिलावे कन्हैया झूला झूले, लल्ला ने देखो
मेनू याद बिहारी जी दी आवे बांका नित मेरे सुफने च आवे मैं नित वृंदावन घूम दी फिरा राती जदों