
कुछ लेना न देना मगन रेहना
कुछ लेना न देना मगन रेहना हे मगन रेहना जी भजन करना कुछ लेना न देना मगन रेहना पांच तत्व

कुछ लेना न देना मगन रेहना हे मगन रेहना जी भजन करना कुछ लेना न देना मगन रेहना पांच तत्व

हे कान्हा मेरा जीवन तुम सफल बना देना , मेरे दिल मेँ तुम रहना, मुझको अपनालेना ॥ तेरी मोहिनी मूरत

मेरे यार कन्हिया सुन मोहन , तेरा यार सुदामा आया है महलो से बाहर आजा अब , तेरा यार मिलने

जय श्री वल्लभ, जय श्री विट्ठल, जय यमुना श्रीनाथ जी । कलियुग का तो जीव उद्धार्या, मस्तक धरिया हाथ जी

तेरे जैसों रे सांवरा कोई नहीं कोई नहीं, कोई नहीं कोई नहीं कोई नहीं कोई नहीं, तेरे जैसों रे सांवरा

तुझे मन से पुकारू तुझे दिल में उतारू तुझे आँखों में वसा लू मेरे संवारे ना मैं मीरा न मैं

ना कोई काम बिगड़ पाया ना कोई मुश्किल का साया जबसे थामा तेरा हाथ ओ मेरे श्याम जहाँ देखूं जिधर

लेलो शरण कन्हियाँ दुनिया से हम है हारे, नहीं ठोर न ठिकाना फिरते है मारे मारे, गुजारी है ज़िंदगानी अश्को

निक्का जेहा श्याम मेरा रूस के नी बेह गया हूँ तेरे नहियो औना जांदी वारी केह गया दसो नी सहेलियों

जय श्री राधा, प्रेम अगाधा, हरणी भव बाधा, श्री कृष्ण प्रिये, जय प्रेम प्रवीणा,नित्य नवीना, रतिरस वीणा, श्री कृष्ण प्रिये,