
राधा रानी सरकार राधे रानी सरकार
राधा रानी सरकार राधे रानी सरकार, तुझमे वस्ते मेरे ठाकुर जी तू प्रेम का अधार राधा रानी सरकार राधे रानी

राधा रानी सरकार राधे रानी सरकार, तुझमे वस्ते मेरे ठाकुर जी तू प्रेम का अधार राधा रानी सरकार राधे रानी

करुणा निधान कान्हा जगत क दाता हयीं, देव ऋषि मुनि गावैं, ब्रह्मा शिव हिंय धरि ध्यावैं, वेद पुराण कान्हा जगत

जिधर भी ये देखे जिधर भी ये जाये, तुझे ढूंढ़ती है ये पागल निगाहे, मैं ज़िंदा हु लेकिन कहा ज़िंदगी

तुम्हे श्याम अपना बना के रहे गे, तू रूठा है फिर भी मना के रहे गे, ओ मुरली मनोहर फ़िदा

श्याम तेरा रूप बड़ा प्यारा, मैं तो दिल हारा देखा तुझे रे, मोर की पखियाँ मुकट पे तेरे, माथे तिलक

रींगस के आगे खाटू का गांव, गांव ये बाबा रहता है, हारे का साथी श्याम मेरा सारा ज़माना कहता है,

मत करना अभिमान तू बंदे जीवन रेन बसेरा है, इक न इक दिन इस दुनिया से जाना तू अकेला है,

क्षमा करना ए सांवरिया तेरे मंदिर ना आ पाया, बता दू क्या थी मज़बूरी जो तेरे दर न आ पाया,

तेरी गलियो का हु आशिक तू एक नगीना है, तेरी नजरो का मुझे ये जाम पीना है, तेरी गलियो का…..

दोहा बांकी चितवन कटि लचक, बांके चरन रसाल, स्वामी श्री हरिदास के बांके बिहारी लाल ॥ ।। चौपाई ।। जै