
ये सूंदर शृंगार सुहाना लगता है
ये सूंदर शृंगार सुहाना लगता है, भगतो का तो दिल दीवाना लगता है, ऐसे न देखो नजर लग जायेगी, ये

ये सूंदर शृंगार सुहाना लगता है, भगतो का तो दिल दीवाना लगता है, ऐसे न देखो नजर लग जायेगी, ये

झूला झूले कन्हियाँ झूला झूले, झूला झूले कानहुडु झूला झूले, यशोदा मियां डोर हिलावे कन्हैया झूला झूले, लल्ला ने देखो

मेनू याद बिहारी जी दी आवे बांका नित मेरे सुफने च आवे मैं नित वृंदावन घूम दी फिरा राती जदों

दिल पे श्याम लिखा है हर जगह पे श्याम लिख है, मेरे आँखों में देख कन्हैया आंसू पे श्याम लिखा

कान्हा तोरी जोहत रह गई बात, जोहत जोहत एक पग ठानी, कालिंदी के घाट, कान्हा तोरी जोहत रह गई बात,

सजन मेरा है बांके बिहारी, सजन मेरा है कुञ्ज बिहारी , सजन मेरा है रास बिहारी, रंगीलो मेरो है रास

मीरा देखें राह प्रभु की कब आओगे श्याम, कब दोगे अरे दर्शन कही निकल न जाए प्राण, मीरा देखें राह

नैनो से मारी जो कटारी के श्याम बड़ी तीखी लगे, तीखी लगे घ्याल करे मोहे पागल करे, नैनो से मारी

सांवरियो आइयो नानी बाई को घर में माहिरों जी, गिरधारी आयो नानी बाई को घर में माहिरों जी नानी के

राधा गोरी गोरी,बरसाने की छोरी मोहे कारो कनुआ कह गई मैया गोरी बाबा गोरी गोर है सब ग्वाला, गोरे गोरे