
हर प्रेमी का सांवरिये से नाता है
हर प्रेमी का सांवरिये से नाता है, प्रेम के वश हो कान्हा दौड़ा आता है, सौंप दे अपना सब कुछ

हर प्रेमी का सांवरिये से नाता है, प्रेम के वश हो कान्हा दौड़ा आता है, सौंप दे अपना सब कुछ

अब डरना कैसा प्यार के अंजाम से, दिल लगा बैठे हम राधा तेरे श्याम से, दीवाना दीवाना दिल दीवाना दीवाना,

रसिया रोज मेरे घर आवे बहाना करके होरी को, करके होरी को सखी री करके होरी को …. हां रसिया

नच नच के रिझावानगी श्याम नु पावांगी, चुक दिता कुंड लोक लाज दा, नही लालच मैनू राज काज दा, सब

किशोरी सुंदरी श्यामा, तूही सरकार मेरी है। नहीं है और से मतलब फकत इक आस तेरी है॥ किशोरी सुंदरी श्यामा,

बिहारी ब्रज में घर मेरा बसा दोगे तो क्या होगा, बसा दोगे तो क्या होगा, बसा दोगे तो क्या होगा,

कान्हा मधुवन में तुम आया न करो जादू भरी बांसुरी बजाया न करो एक राधिका है प्रेम दीवानी उसको और

पगलिया में थोड़ी पायल पहिरले कानुड़ो नचावे राधा नाचले नाचले रे राधा नाचले………… गेर गुमरो पहरे गांगरो ठोकर सु ठुकरावे

दिल ये तुम्हारा राधा चोरी करूँगा , बहियाँ मरोडू जोर जोरी करुगा, तेरा कान्हा न किसे और पे मरता है

होली आई होली आई होली आई रे, होली के दीवानो की है टोली आई रे, इधर तो कान्हा के संग