
जमुना किनारे झिलमिल करे तारे
हो जमुना किनारे जमुना किनारे, झिलमिल करे तारे जहाँ बांसुरी बजाए नन्दलाल है जिसे सुन सुन राधाजी का दिल धड़का

हो जमुना किनारे जमुना किनारे, झिलमिल करे तारे जहाँ बांसुरी बजाए नन्दलाल है जिसे सुन सुन राधाजी का दिल धड़का

वृंदावन का मोर बनू, गाऊ मैं तो राधे राधे । मोर बनइयो तो बनइयो वृन्दावन का नाच नाच श्याम को

काला काला है वो मुरली वाला है वो, ये तो बात निराली हो गई राधा श्याम की दीवानी हो गई,

ऐसा क्या जादू कर डाला मुरली जादूगरी ने किस कारण से संग में मुरली राखी है गिरधारी ने बांस के

मेरे हारा वालेया सुन सजना, असा प्रीत तेरे नाल लायी होइ है, तेरे सोहने सोहने मुखड़े तो, जींद जान वी

आजा श्याम प्यारे मेरा दिल तरसे, श्याम के मिलन को दिल तरसे, याद आये श्यामा तूने चूड़ी पहनाई थी, चूड़ी

पल्लू हवा का पकड़ा, जाते हुए बादल ने, आशिक बनाया दिल को, राधा तेरी पायल, तेरी आँखों के काजल ने,

परिवार मेरा खुशहाल हो मैंने इतना ही माँगा, सुन ले कन्हियाँ मनुहार डोर पकड़ ले हम दीनो की. प्रेम का

हम हाथ उठाकर कह देंगे हम हो गये राधा रानी के॥ राधा राधा राधा राधा राधे बरसाने वाले के, राधे

रंग भिरंगे रंगो की ये होली, आई झूमती ग्वाल बाल की टोली, हाथ लिए खटाल बोले मीठी बोली, कोना कोना