श्याम तेरे मुखड़े को जिसने निहारा
श्याम तेरे मुखड़े को जिसने निहारा, नहीं भूलेगा मेरे श्याम ये नजारा ये नजारा, प्यारे तेरा जलवा है ऐसा जादूगारा
श्याम तेरे मुखड़े को जिसने निहारा, नहीं भूलेगा मेरे श्याम ये नजारा ये नजारा, प्यारे तेरा जलवा है ऐसा जादूगारा
बसों मेरे नैनं में नन्दलाल॥ मोहनी मुरती सवाली सुरती, नैना बने विसार, अधर सुधारस मुरली राजत॥ पुर बेजंती माल, बसों
सीधे साधे दो अक्षर भी क्या क्या खेल दिखते है जब जब मुख से राधा निकले नज़र बिहारी आते है
काहे तूने प्रीत सिखाई कृष्णा ओ मेरे कान्हा काहे तूने प्रीत सिखाई कृष्णा कान्हा तेरो आँखों से चलता है जादू
ठंडाई की ग्लाससा, में तोह गट गट गटथास्य , भजन की मेला में तोह हाँ चुप , थारी म्हारी गास्याी
झूलन चलो हिडोलना वृषभानु नंदनी, सावन की तीज आई नवधोर घटा छाई, मेघन झड़ी लगाई,पड़ी बूँद मंदिनी, झूलन चलो हिडोलना
माये नी मेरा करदे गिरधर नाल विवाह, मैं गिरधर दी गिरधर मेरा, उसदे नाल नाता जुड़ गया मेरा, पूरा करदे
यु सँवारे मेरी डगर न रोको देर हो जायेगी, न झुक कलाही ऐसे न मरोडो देर हो जायेगी यु सँवारे
बडे मंदिर दिया मालिका मेरी अर्जी सुने ता जाना मैं किवे, होरा दे दुखड़े दूर किते जीवे मैनु वि बक्शी
आओ गोपाल तरस रहे नैना, तरस रहे नैना बरस रहे नैना, होजा परदे से बाहर आ परदा नशी, देख लू