श्याम चूडी बेचने आया
श्याम चूडी बेचने आया,अरे चूडी बेचने आया कही लेलो कहे पेहनो मैं खुद पहनाने आया, श्याम चूडी बेचने आया…….. इस
श्याम चूडी बेचने आया,अरे चूडी बेचने आया कही लेलो कहे पेहनो मैं खुद पहनाने आया, श्याम चूडी बेचने आया…….. इस
लड्डू गोपाल मेरा लड्डू गोपाल छोटा सा है लला मेरा करतब करे कमाल, सबसे पहले मुझे जगाओ फिर गंगा जल
बृज में अजब हुआ आज उजाला, आया यशोदा घर नन्द लाला, बृज में अजब हुआ आज उजाला श्याम सलोनी सूरत
जब से मथुरा मे मेरा आना जाना हुआ सँवारे का तभी से मैं दीवाना हुआ ऐसा मटकी से माखन चुराना
बाबा तुम्हारे आसरे मेरा काम चल रहा है, तेरी किरपा से ही तो सँवारे परिवार मेरा पल रहा है, मजबूरियों
रंग दे रंग दे मुझे रंग दे रंग मुझे रंग दे रंग मुझे रंग दे, मुझे कान्हा जी मुझे आपने
मनहारी का भेस बनाया, श्याम चूड़ी बेचने आया। छलिया का भेस बनाया, श्याम चूड़ी बेचने आया॥ झोली कंधे धरी, उस
बरसाने चलिये चलो बरसाने चलिये, के होली खेलन राधा रानी संग बरसाने चलिये, दीवाने चलिये चलो मस्ताने चलिये, के होली
हो राधे नैन तेरे कजारारे करते है मुझको इशारे, इन नैनो के संबाल राधिके बुरा है मेरा हाल राधिके, झूठी
वृंदावन में हुकुम चले बरसाने वाली का, कान्हा भी दीवाना है श्री श्यामा प्यारी का, कोई नन्दलाल कहता है कोई