
राधा नाम नदिया की धारा बही जाए रे
राधा नाम, नदिया की, धारा बही जाए रे ll *धारा बही जाए रे , राधा नाम, नदिया की, धारा बही

राधा नाम, नदिया की, धारा बही जाए रे ll *धारा बही जाए रे , राधा नाम, नदिया की, धारा बही

तर्ज- कसमें वादे प्यार वफ़ा सब, कलयुग में एक बार कन्हैया ग्वाले बन कर आओ रे, आज पुकार करे तेरी

दर्दों के सहते सहते मोहन तुम्हे है पाया जग जब दुखों ने घेरा तेरा नाम गुनगुनाया दर्दों के सहते सहते

सब झूठे है सहारे हरिदासी ये पुकारे, मोपे करदो किरपा महारानी, सुनो जी राधा रानी हमारी भी कहानी, ये झूठा

मैं ता नचना श्यामा जी नाल तेरे के तू भी साडे नाल नच ले, मेरे कट दे चोरासी वाले गेडे

चोरी चुग़ली दामिनी,और पराई नार, जै चावै नर जीवणो, बाता तज दे चार, छैल चतुर रंग रसिया रे भँवरा, पर

मैं सब कुछ हार के बाबा तेरी चौकठ पे आई हु, संभालो अब मुझे बाबा मैं सब कुछ छोड़ आई

मेरा नाम है सुदामा मेरे तन पे नहीं यामा, चला आया हु कन्हैया बड़ी दूर से, मेरे पाँव में पड़

अधर धर मुरली बजैया की आरती कृष्ण कन्हैया की नाथ मथुरा में जन्म लियो नंद घर मंगलाचार कियो यशोदा गोद

छेड़ा तो छोडू गी ना ओ नन्द लाला समजो न भोली भाली गोकुल की ग्वाला बरसाने की हु मजा दूंगी