रहम मांगता हूँ
रहम मांगता हूँ करम मांगता हूँ कन्हैया मैं तेरी शरण मांगता हूँ गरीबों का दाता तू दौलत अदा कर तू
रहम मांगता हूँ करम मांगता हूँ कन्हैया मैं तेरी शरण मांगता हूँ गरीबों का दाता तू दौलत अदा कर तू
कानूडो गोकुल में चाल्यो ले बाँसुरिया हाथ में गढ़ गोकुल में रास रचावे गुज़रिया की साथ में मीठी मीठी बंसी
जाने क्या जादू कर गयो रे ओ बांके सांवरियां बांके सांवरिया मेरे प्यारे सांवरियां जाने क्या जादू कर गयो रे
ना मैं मीरा ना मैं राधा, फिर भी श्याम को पाना है । पास हमारे कुछ भी नहीं, केवल भाव
आजा आजा रे कन्हाई तेरी याद आई आजा आजा रे कन्हाई तेरी याद आई याद आई रे तेरी याद आई
लागा रे लागा रे मन लागा रे लागा रे मन , लागा रे लागा रे मन लागा रे लागा रे
दास नु वि किते अपनालै ठकुरा भोग गरीब दा तू ल लै ठकुरा राजे महाराजे तेरी सेवा करदे, खीर पूरी
मेरी सुनकर करुण पुकार सावरा आएगा मुझे पूरा है ऐतबार सावरा आएगा जैसे भी बेहाल रहू मैं क्यों दूजे को
पीर हरो ब्रिज के स्वामी चलते चलते पग मेरा हारे कारण कौन बुलाये सदा रही है आस तुम्हारी मार्ग कौन
आज है आनंद बाबा नन्द के भवन में, ऐसा न आनंद छाया कभी त्रिभुवन में, आज है आनंद…. जान गये