तेरो बिगड़ गयो नन्द लाल
तेरो बिगड़ गयो नन्द लाल कई यो रे यशोदा ने, कंकर मार के मटकी फोड़े पकड के मोरी ऊँगली मरोड़े
तेरो बिगड़ गयो नन्द लाल कई यो रे यशोदा ने, कंकर मार के मटकी फोड़े पकड के मोरी ऊँगली मरोड़े
जय जय श्यामा, जय जय श्याम, जय जय श्री वृन्दावन धाम। पावन राधा तेरो नाम, पावन श्री वृन्दावन धाम। मीठो
हे प्रभु आनंद दाता ज्ञान हमको दीजिये शीघ्र सारे दुर्गुणों को दूर हमसे कीजिये हे प्रभु… लीजिये हमको शरण में
एहसान श्याम तेरे मैं तो ना भूल पाउ, इतनी किरपा हो तेरी गुणगान तेरा गाउ, एहसान श्याम तेरे मैं तो
मोहे तो प्यारी लागे बरसाने की गलियां जग सो न्यारी हैं यह बरसाने की गलियां रसिको की प्राण हैं यह,
राधे राधे बोलो बांके बिहारी चले आयेगे, तेरा दुःख दर्द मिटायेगे राधे राधे बोलो बांके बिहारी चले आयेगे, राधा रानी
झूम झूम के गाओ जय जय कार लगाओ, मैया जी की करो जैकार, आई जगराते की रात, मैया के द्वारे
नैन तेरे है कजरारे और घुंगराले बाल, रूप तुम्हारा देख के मोहन हाल हुआ बेहाल, अधरों पे तेरे मुरली सोहे
ऐसी जालम बजाई मुरलिया मेरी यमुना बह गई गागरीया सुध बुध खो गई बावरी हो गई कहा हो गई पाओ
आरती बंसी वाले की साफ मन तन के काले की, आप मथुरा में जन्माए पिता ले गोकुल में आए, छवि