
हम कबसे खड़े है
पलके बिछाई है हमने दीदार के लिए, हम कबसे खड़े है सावरिया सरकार के लिए सुन कर के तेरी महिमा

पलके बिछाई है हमने दीदार के लिए, हम कबसे खड़े है सावरिया सरकार के लिए सुन कर के तेरी महिमा

सुध बुध मैंने गवाई ओ मोहन तुझ संग प्रीत लगाई ओ मोहन, मोहन मोहन मेरे प्यारे मोहन हरे कृष्णा कृष्णा

श्याम के प्रेमी नाम के प्रेमी करते सब तकरार है, बच्चो की इस नादानी से दुखी श्याम सरकार है, जिस

रहम मांगता हूँ करम मांगता हूँ कन्हैया मैं तेरी शरण मांगता हूँ गरीबों का दाता तू दौलत अदा कर तू

कानूडो गोकुल में चाल्यो ले बाँसुरिया हाथ में गढ़ गोकुल में रास रचावे गुज़रिया की साथ में मीठी मीठी बंसी

जाने क्या जादू कर गयो रे ओ बांके सांवरियां बांके सांवरिया मेरे प्यारे सांवरियां जाने क्या जादू कर गयो रे

ना मैं मीरा ना मैं राधा, फिर भी श्याम को पाना है । पास हमारे कुछ भी नहीं, केवल भाव

आजा आजा रे कन्हाई तेरी याद आई आजा आजा रे कन्हाई तेरी याद आई याद आई रे तेरी याद आई

लागा रे लागा रे मन लागा रे लागा रे मन , लागा रे लागा रे मन लागा रे लागा रे

दास नु वि किते अपनालै ठकुरा भोग गरीब दा तू ल लै ठकुरा राजे महाराजे तेरी सेवा करदे, खीर पूरी