
मेरी सुनकर करुण पुकार सावरा आएगा
मेरी सुनकर करुण पुकार सावरा आएगा मुझे पूरा है ऐतबार सावरा आएगा जैसे भी बेहाल रहू मैं क्यों दूजे को

मेरी सुनकर करुण पुकार सावरा आएगा मुझे पूरा है ऐतबार सावरा आएगा जैसे भी बेहाल रहू मैं क्यों दूजे को

पीर हरो ब्रिज के स्वामी चलते चलते पग मेरा हारे कारण कौन बुलाये सदा रही है आस तुम्हारी मार्ग कौन

आज है आनंद बाबा नन्द के भवन में, ऐसा न आनंद छाया कभी त्रिभुवन में, आज है आनंद…. जान गये

देखो नी सईयो मेरे नू योगी नजरां ला गया । नागां वाला आ गया ,बम बम भोला आ गया ॥

ये मुरली मुधर बजावे गलियां में शोर मचावे, ग्वालन संग रास रचावे हर पल हम को तरसावे, तेरी मीठी मीठी

धीरे धीरे बन्सी बजाए मेरा कान्हा राधा नाचती आये रे मेरा श्याम दीवाना दीवाना सब को कर जावे कान्हा ऐसी

सुन मेरे दिल दी गल महरानिये, आज तनु दिल दी मैं अपनी सुनानी ऐ, मैं जीना खफा होवा माँ तू

मुकुंदा मुकुंदा कृष्णा, मुकुंदा मुकुंदा, मुझे दान में दे वृंदा विरिन्दा विरिन्दा। मटकी से माखन फिर से चुरा, गोपियों का

अज मथुरा दे विच अवतार हो गया जी शाम निक्का जेहा जिह्दा नाम लिया बेडा पार हो गया जी शाम

साँवरे मेरे मुझ पर भी, कुछ ऐसा कर्म कर दो, तुम जो हारे का सहारा हो, मेरा दूर भरम कर