जिसके हृदय में हरी सुमिरण
जिसके हृदय में हरी सुमिरण होगा, उसका सफल क्यों ना जीवन होगा, भक्त को भगवान का चिंतन होगा, उसका सफल
जिसके हृदय में हरी सुमिरण होगा, उसका सफल क्यों ना जीवन होगा, भक्त को भगवान का चिंतन होगा, उसका सफल
मुझको तू रंगले रंगले तू मुझको मुझको तू रंगले ओ संवारे रंग में तेरे संवारे रंग में तेरे, तेरे दर
बंसी बजा के नन्दलाल हाय नी मेरा दिल ले गया सजना वे मेरा दिल ले गया मैं नित उसके वायदों
दूर है न ये किनारा मेरे श्याम, दूर है न ये किनारा ना समज आये मेरी, नाव डूबे गी मेरी
आया मैं तेरे द्वार पे दुनिया से हार के, मर्जी तेरी तू थाम ले चाहे विसार दे गैरो की छोड़ो
मिश्री से मीठे कान्हा जी गुड़ से मीठा राधा नाम, प्रेम भाव से जप लो तो बन जाए बिगड़े काम,
नरम नरम लायी घाल गरम कान्हा माखन रोट मैं श्याम जिमावै जाटनी घुंघट की ओट म्ह सांवरिया करूं ओट तन
हो जाए बंद वाणी तेरा नाम रटते रटते, एक साथ यही होगा हरि नाम हम मरते मरते, तेरा नाम रटते
मधुबन जावा मैं सावरे दे नाल नी सईयो, कदे अगे कदे पीछे नालो नाल नी सईयो, सोहने नैना विच कजरे
श्याम निराला मुरली वाला गोप कुमार नन्द का लाला, यशोदा नंदन नंदन किशोर माखन चोरा ब्रिज का छोरा, धेनु चराइया