
छुपा लो यु दिल में
छुपा लो यु दिल में प्यार मेरा. के जैसे मंदिर बिना दीये के तुम अपने चरणों में रखलो मुझको तुम्हारे

छुपा लो यु दिल में प्यार मेरा. के जैसे मंदिर बिना दीये के तुम अपने चरणों में रखलो मुझको तुम्हारे

हरी भज रे उम्र बीत चली, दिन दिन घडी घडी पल पल जावे, जैसे जल अंजलि हरी भज रे उम्र

श्याम पिया मोरी रंग दे चुनरिया । ऐसी रंग दे, के रंग नहीं छुटे । धोभिया धोये चाहे सारी उमरिया

मैं तो बंदा था किस्मत का मारा श्याम तेरा मिला जब सहारा, मेरी किस्मत का दाग धूल गया मेरा संवारा

श्यामा आन वसो वृंदावन में मेरी उमर बीत गई गोकुल में श्यामा रस्ते में भाग लगा जाना फूल भीनु गी

हरी नाम बिन कौन तरे आओ भजन दिन रेन करे, तूने जीवन खेल गवाया क्यों मन का ये खेल रच्या,

कितनी प्यारी छवि तुम्हारी कितना प्यारा नाम, इक तुहि मन मीत है मीरा तू ही है घनश्याम, जिस ने जब

तेरा दर तो बिहारी जी, दुखियों का सहारा है, तेरे दर के ही टुकडो पर, तेरे दर के ही टुकडो

मैं होली खेलन जांगी होली का रंग न्यारा, होली का रंग न्यारा लगे रे बड़ा प्यारा, मैं होली खेलन जांगी

कान्हा के चरण दऊ दोई चरणमत पीयू गी, मन में वसे मेरे मदन मुरारी, सावरी सूरत प्यारी प्यारी, आजा प्यारे