
नैन तेरे है कजरारे और घुंगराले बाल
नैन तेरे है कजरारे और घुंगराले बाल, रूप तुम्हारा देख के मोहन हाल हुआ बेहाल, अधरों पे तेरे मुरली सोहे

नैन तेरे है कजरारे और घुंगराले बाल, रूप तुम्हारा देख के मोहन हाल हुआ बेहाल, अधरों पे तेरे मुरली सोहे

ऐसी जालम बजाई मुरलिया मेरी यमुना बह गई गागरीया सुध बुध खो गई बावरी हो गई कहा हो गई पाओ

आरती बंसी वाले की साफ मन तन के काले की, आप मथुरा में जन्माए पिता ले गोकुल में आए, छवि

श्यामा रोज ना बजाय करो बंसरी वे घरो साणु मार पैंदी ए, सुन मोहिना तेरी बांसुरी नू लै जान चोर

क्या बतलाऊ कैसा है मेरा श्याम सलोना, मैंने मिट्टी पकड़ी यारो वो मिटटी बन गई सोना, क्या बतलाऊ कैसा है

यमुना किनारे राधा तेरी कर रही इंतज़ार रे, मोरी अखियां तरस रही है दिल चाहता है देदार वे, ओ लाडू

छुम छुम बाजे पायलिया छवि दिख लाये कान्हा मेरे घर आये कान्हा मेरे घर आये, कान्हा घर आये.. रेन अँधेरी

कैसे जीयु मैं कृष्णा तुम्हारे बिना, मेरा मन ही न लागे तुम्हारे बिना, कैसे जीयु मैं कृष्णा तुम्हारे बिना मेरे

आज हरी आये, विदुर घर पावना॥ आज हरी आये, विदुर घर पावना॥ विदुर नहीं घर मैं विदुरानी ,आवत देख सारंग

जिसने भी मेरे श्याम को दिल से सजा दिया, जीवन को उसके श्याम ने सूंदर बना दिया, जिसने भी मेरे