
रंग चढ़ेया मेरा श्याम
रंग चढ़ेया मेरा श्याम सड़े ते तेरा रंग चढ़ेया, सारे जग विच चर्चा तेरा रोम रोम तू रंगियां मेरा, जाने

रंग चढ़ेया मेरा श्याम सड़े ते तेरा रंग चढ़ेया, सारे जग विच चर्चा तेरा रोम रोम तू रंगियां मेरा, जाने

मैं रोज तेरे दर आवा मैं कमली बन बन गावा, मैं इको रटन लगावा मेरा नन्द लाल है मेरा गोपाल

भाये गयो भाये गयो री, सांवरियां दिल में हल चल मचाये गयो री, भाये गयो भाये गयो री…. जब मैं

तेरा विछोड़ा सोनिया साथो सहा ना जावे, आप ते बैठा वृन्दावन कदे सड़े घर वी आवे, कन्हैया वे दिल खोल

वो लहर जिसकी मस्ती में मीरा वही, जिसको पी कर सुदामा को सुध न रही, जाऊ सदके तेरे पास आके

अँखियो में कजरा लगाउ मैं कैसे, अँखियो में मेरी श्याम वसा, दिल में किसी को बिठाऊ मैं कैसे, दिल में

यशोदा माँ के होइ लाल वधाई सारे भक्ता ने, वदाई सारे भगता ने वधाई सारे भक्ता ने, बाजो रे बाजो

यमुना के तट पर जैसे भजाते थे, अपनी राधा को मोहन कैसे भूलते थे, हमको भी धुन वो सुना दो

श्यामा कर ना बहाना,तेनु अज मैं नचाना बाह फड़ तेरी श्यामा,तेरे नाल गिद्दा पाना एजी मुरली बजावी,नाल सबनूँ नचाई तेरी

हो हो हो हो मुरली वाले मोहन की, राधा बिना कदर ना मोहन की, हो हो हो हो मुरली वाले