
उड़ जा काला कागला संवारियो आवे रे
उड़ जा काला कागला संवारियो आवे रे, बाबा को लयादे रे सन्देश वावला, उड़ जा काला कागला….. काली काली पाखा

उड़ जा काला कागला संवारियो आवे रे, बाबा को लयादे रे सन्देश वावला, उड़ जा काला कागला….. काली काली पाखा

मैं अब ना घोटु भांग तेरी अपने पीहर को जाऊगी, ना तेरे भगल में आउंगी, तुझको न मेरा ध्यान कति

आ श्याम शरण में प्यारे, आ श्याम शरण में प्यारे फसा क्यूँ दुनिया की, फसा क्यूँ दुनिया की उलझन में

ऐसी जादू गरनी राधा कर गयी जादू टोना रे, राधे राधे रट तो ढोले मेरे श्याम सलोना रे, सखी रे

मोहन कहें तुम्हे कोई गिरधारी, जग के है पालन हारी कृष्ण मुरारी माखन चुराते वो तुमने है खाया, ऊँगली पे

जिओ श्याम लाला जिओ श्याम लाला, पिल्ली तेरी पगड़ी रंग डाला, मथुरा से आयो नन्द लाला, गोपियों से पड़ गया

मत होना मन वनवारे उदास ये संवारा जरुर आएगा, मन में रखना विश्वाश संवारा जरुर आएगा, मत होना मन वनवारे

जा जा वे ऊधो तुरीया जाह दुखिया नु सता के की लैना, जेह्ड़े जख्म श्याम ने लाये ने ओह असी

अपने दर से दूर किया है क्या तुम्हे अब प्यार नही, मुझपर हाथ जो नही तेरा क्या ये मेरी हार

होली खेलन को मैंने राधा को किया फ़ोन, राधा तू न खेलेगी तो खेलेगा कौन, होली राधा बार बार न