बाबा बनवाड़े खाटू में घर परमानेंट
बाबा बनवाड़े खाटू में घर परमानेंट, थारे धाम को बन जाऊ मैं सांवरियां सर्वेंट, बाबा बनवाड़े खाटू में घर परमानेंट
बाबा बनवाड़े खाटू में घर परमानेंट, थारे धाम को बन जाऊ मैं सांवरियां सर्वेंट, बाबा बनवाड़े खाटू में घर परमानेंट
मेरी लाडली अब हम पे सदा तेरी रहमत की बरसात रहे तेरी रहमत की बरसात रहे मेरे दिल में तेरी
क्यों सजते हो कन्हैया तुम तेरा दीदार काफी है हमें दीवाना करने को नज़र का वार काफी है क्यों सजते
सँवारे मेरी कलाही थाम लो एक बर, गिर पडू न मैं अकेला ओ मेरे दिलबर, जग जंजाल में भटक रहा
प्रभु का है जिसने भरोसा किया तूफानों में भी जलता उसका दिया दर दर क्यों भटके अरे बावरे आजा शरण
आया सावन आया भोले नाथ ने भुलाया रे गूंजे बम बम की जयकारे, रे चालो रे चालो चालो रे हरिद्वार,
जन्म लियो गोकुल में गोपाल, बिरज में खुशियां है छाईं, खुशियां है छाईं ब्रिज में खुशिया है छाई, छवि सलोनी
भगत के वश में है भगवान, भक्त बिना ये कुछ भी नहीं है, भक्त है इसकी शान, भगत मुरली वाले
मोहे लागी लगन तेरे नाम की, जग छूटे तो छूटे, रहमत पाई मैंने तेरे नाम की जग छूटे तो छूटे,
जनम तेरा बातो ही बीत गयो, रे तूने कब हु न कृष्ण कहियो, पांच वर्ष का भोला भाला अब तो