आजा रे आजा रे मोहन जोगी बनादे मोहे प्यार में
आजा रे आजा रे मोहन जोगी बनादे मोहे प्यार में, प्यार में ..प्यार में ..जोगी बनादे मोहे प्यार में, जब-
आजा रे आजा रे मोहन जोगी बनादे मोहे प्यार में, प्यार में ..प्यार में ..जोगी बनादे मोहे प्यार में, जब-
ऊँगली मरोड़ी मेरा छल्ला तोडया यशोदा तेरे लाल ने, यशोदा तेरे लाल ने मदन गोपाल ने, हाथ मेरे में गंगा
मैं रूप तेरे पर, आशिक हूँ, यह दिल तो तेरा, हुआ दीवाना ठोकर खाई, दुनियाँ में बहुत, मुझे द्वार से,
अब न मैं फोड़ू गा मटकी तुम्हारी, तू देदे न बांसुरियां ओ राधा प्यारी, जानू मैं मानु ये गलती हमारी,
ज़रा थाम लो कोई हाथ काँपता मिले अगर उसे थाम लो उसे थाम लो ज़रा थाम लो …………. मुस्कुराहटों में
और बजा रे तेरी प्यारी सी मुरलिया तेरी मुरली ने कान्हा मेरी नींद उड़ाई जरा बाजन दे बाजन दे प्रेम
श्याम तू क्या जाने खड़ा है कोने में इक दास, हसरत से वो तुम को देखे करे यही अरदास, श्याम
राधा तेरा आँगन फूलो से मेहकता है, राधा तेरे कानो के झुमके बड़े प्यारे है देख नथनी को मेरा कान्हा
कृपा का रखना सर पे मेरे हाथ सांवरे होती रहे यूँ ही ये मुलाकात सांवरे कृपा का रखना……………….. जबसे मिला
मोहे आन मिलो श्याम, बहुत दिन बीत गए। बहुत दिन बीत गए, बहुत युग बीत गए ॥ राह तकत के