मेरे बाँके बिहारी से नैना लड़े
मेरे बाँके बिहारी से नैना लड़े, नैना लड़े री मेरे नैना लड़े, मेरे बाँके बिहारी से नैना लड़े नैनो में
मेरे बाँके बिहारी से नैना लड़े, नैना लड़े री मेरे नैना लड़े, मेरे बाँके बिहारी से नैना लड़े नैनो में
मैंने जो देखा श्याम को दीवाना हो गया, मुरली की तान सुन के मैं मस्ताना हो गया, मैंने जो देखा
जादू भरे तोरे नैना,नैना रे नैना, जादू भरे …… भ्रकुटी में है चितवन बांकी, मन को मोहे तेरी झांकी, ऐसे
सावलियाँ प्यारे रे मुरलियाँ वाले रे, पूरी करदो मुरादे सावलियाँ प्यारे रे, सावलियाँ प्यारे रे मुरलियाँ वाले रे, निर्बल की
कितना प्यारा तेरा कितना सोहना तेरा मुखड़ा सांवरिया नज़ारे और क्या देखे, मोर मुकट माथे चन्दन का टिका है, तुमसे
हे श्याम तेरी माया कोई जान नहीं पाए, तू छाज से बस रीजे तुलसी पे बिक जाये, उस ने मित्र
तेरी सखियाँ नु तेरिया उडीका क्यों भूल गयो साहनु मोहना. बस इक वारि मूड के तू आजा क्यों भूल गयो
या मटकी टूट जावेगी मात मेरी छो ने आवे गी, रे मटकी और ले आउ तने दिल जान देता हु,
एहो सखियो मेरा गिरधारी मेरा गिरधारी ता बांके बिहारी मेरे गिरधारी दा मुख भोला भाला नैना विच चढ़ी है कुमारी
कब लो गे श्याम कब लो गे, श्याम ध्वजाबंध धारी हमारी सुध कब लोगे, दीनन के हितकारी हमारी सुध कब