मेरे घर पे सांवरिया हर दम पहरा तेरा
(तर्ज: किसी की नैया का …) मेरे घर पे सांवरिया हर दम पहरा तेरा , तेरी कृपा से तो चलता
(तर्ज: किसी की नैया का …) मेरे घर पे सांवरिया हर दम पहरा तेरा , तेरी कृपा से तो चलता
आज चीर चुराके ले गया यशोदा तेरा नंदलाला यमुना काट ते आईया सखिया नी ओ कदमा ते चढ़के बह गया
मैं आरती तेरी गाऊ ओ केशव कुञ्ज बिहारी मैं नित नित शीश नवाऊ ओ मोहन कृष्ण मुरारी है तेरी छवि
हर घडी हर पल तेरा साथ चाहिये, दिन हो या रात मुलाक़ात चाहिये, तू, सागर हो साथी तोफिर क्या बात
साचे ना सहि झूटे हाय साही आखीर ते तेरे दीवाने है, साचे ना सहि झूटे हाय साही आखीर ते तेरे
कान्हा तूने क्या जादू चलाया रे तूने मुरली भजा के फसाया रे, देखा जो तुझे मेरे दिल में उतर गई,
इस जीवन दा कोई नही वसा निवा होके चल बंदेया, सदा नीवेया नु रब मिलदा नीवा होक चल बन्देया, इस
हम जिंदगी लुटाने आये है तेरे दर पे, अपना तुम्हे बनाने आये है तेरे दर पे, सब कुछ लुटा चुके
बजी श्याम की बाँसुरिया बाँसुरिया बाँसुरिया हाय राम बजी कहाँ श्याम की बाँसुरिया ओ बजी श्याम की बाँसुरिया ………….. ब्रह्मा
सुदामा तेरे द्वार पे खड़ा है दिल थाम के, सुनो दरवान रे बता दो घनश्याम से, सुदामा तेरे द्वार पे