
कितना प्यारा तेरा कितना सोहना
कितना प्यारा तेरा कितना सोहना तेरा मुखड़ा सांवरिया नज़ारे और क्या देखे, मोर मुकट माथे चन्दन का टिका है, तुमसे
कितना प्यारा तेरा कितना सोहना तेरा मुखड़ा सांवरिया नज़ारे और क्या देखे, मोर मुकट माथे चन्दन का टिका है, तुमसे
हे श्याम तेरी माया कोई जान नहीं पाए, तू छाज से बस रीजे तुलसी पे बिक जाये, उस ने मित्र
तेरी सखियाँ नु तेरिया उडीका क्यों भूल गयो साहनु मोहना. बस इक वारि मूड के तू आजा क्यों भूल गयो
या मटकी टूट जावेगी मात मेरी छो ने आवे गी, रे मटकी और ले आउ तने दिल जान देता हु,
एहो सखियो मेरा गिरधारी मेरा गिरधारी ता बांके बिहारी मेरे गिरधारी दा मुख भोला भाला नैना विच चढ़ी है कुमारी
कब लो गे श्याम कब लो गे, श्याम ध्वजाबंध धारी हमारी सुध कब लोगे, दीनन के हितकारी हमारी सुध कब
लट उलझी सुलझा जा रे मोहन मेरे हाथ मेहंदी लगी बालो का गजरा गिर गया मेरा अपने हाथ पहना जा
आ श्यामा घर मेरे तू श्यामा घर मेरे साडे सुने है गलिया वेडे तू श्यामा घर मेरे मथुरा दे विच
सुना है स्वर्गो से सुंदर एक बार ले चलो, मुझको राधा रानी के दरबार ले चलो, दरबार ले चलो मुझे
जी करदा मेरा श्याम जी मैं नच नच खुशी मनावा पैरा विच पाके घुंघरू मैं जोगन बन जावा राधे कृष्णा