ओ सँवारे कुछ ऐसा करम कर दे
श्याम मेरी ज़िंदगी का तू एहसान सफर कर दे, ओ सँवारे कुछ ऐसा करम कर दे, दर दर की मैंने
श्याम मेरी ज़िंदगी का तू एहसान सफर कर दे, ओ सँवारे कुछ ऐसा करम कर दे, दर दर की मैंने
याद आई रे श्याम तेरी आई रे याद आई रे मेरे श्याम मुरारी मुझे दर्श दिखाओ, मेरे श्याम मुरारी मुझे
इक तारा वाजदा जी हर दम गोविन्द गोविन्द केहन्दा, जग ताने देंदा ए, तै मैनु कोई फरक नहीं पैंदा ।
राधा जी के सनम पेड़ ऐसा कदम श्याम बंसी बजाई मजा आ गया, नाचती गोपियाँ राधा की सखियाँ लीला ऐसी
तू दवा दे हमे जा ज़हर, बात सुन लो ये श्याम मगर, हम तेरे आसरे है मेरे सँवारे, छोड़ देना
अखियाँ हरी दर्शन की प्यासी | देखियो चाहत कमल नैन को, निसदिन रहेत उदासी | आये उधो फिरी गए आँगन,
तेरी बिगड़ी बनेगी वृन्दावन जाने से, वृन्दावन जाने से बरसाना से । तकदीर बदल जाती है वृन्दावन जाने से, तकदीर
परदे में रहने दो पर्दा ना हटाओ परदे में रहने दो पर्दा ना उठाओ आज ग़ज़ब कर डाला कोई नज़र
याद तुमने मेरी भुलाई है, हमने अपनो से चोट खाई है॥ श्याम तेरी ये बेवफाई है, लोग मुझको ही बुरा
तेरा बागा रंग बिरंगा तेरे मुकुट के ऊपर चंदा लगता है प्यारे प्यारे सांवरे सांवरे क्या कहना ………….. तेरे रूप