सर पे मोर मुकुट है
सर पे मोर मुकुट है साजे और घुंघराले बाल सांवरे क्या कहना ………. माथे चन्दन टीका सोहे कुण्डल करे कमाल
सर पे मोर मुकुट है साजे और घुंघराले बाल सांवरे क्या कहना ………. माथे चन्दन टीका सोहे कुण्डल करे कमाल
मीरा का भाजे इक तारा संतो की खड़ताल, मगन हो सारे झूमे भजन में झूमे सारे तेरे लिये जग छोड़ा
हर ग्यारस पे दर्शन करने आएंगे ये वादा है दर श्याम के जाएंगे खाटू की गलियों की हमको भा गयी
दिलो पर राज है जिसका वही दिल दार मेरा है, लगा कर आशकी हम से लिया दिल छीन मेरा है,
ओ कान्हा अब तो मुरली की मधुर सुना दो तान, मैं हु तेरी प्रेम दीवानी मुझको तू पहचान, मधुर सुना
प्रेम दीवानी मीरा के प्रभु भाग ऐसे जागे, साथ है गिरधर मुरारी और अब क्या मांगे, तेरा मोहक रूप मोहन
दर पे आया जी सांवरिया माहरा भाग जगा दे रे, नाव भवर में अटकी परली पार लगा दे रे, दर
हरि जी मेरी लागी लगन मत तोडना | लागी लगन मत तोडना, प्यारे लागी लगन मत तोडना || खेती बोआई
जय नारायण नारायण जय जय नारायण नारायण जय जय नारायण नारायण हरी हरी जय जय नारायण नारायण हरी हरी सवामी
दीं हीं तेरे धाम आये है मेरे घनश्याम, डाल नजरियां ऐसी सांवरियां भिगङे बने सब काम, जिसको दुनिया ने ठुकराया