
तकदीर बदल जाती है वृद्धावन आने से
तकदीर बदल जाती है वृद्धावन आने से, वृन्दावन आने से वृन्दावन आने से, तकदीर बदल जाती है वृद्धावन आने से,

तकदीर बदल जाती है वृद्धावन आने से, वृन्दावन आने से वृन्दावन आने से, तकदीर बदल जाती है वृद्धावन आने से,

तू है मेरा मैं हु तेरा,दुनिया से क्या लेना लेना, अब तो हमे एह श्याम प्रभु तेरे चरणों में रहना,

भजन कर मस्त जवानी में, भुडापा किसने देखा है, कान से बेहरे हो जाउगे, भजन तुम सुन नही पाउओगे, भजन

नी मैं श्याम मनाना ऐ चाहे लोक बोलिया बोले, वृन्दावन विच श्याम मेरे दा कण कण दे विच डेरा, दिन

श्याम मेरी ज़िंदगी का तू एहसान सफर कर दे, ओ सँवारे कुछ ऐसा करम कर दे, दर दर की मैंने

याद आई रे श्याम तेरी आई रे याद आई रे मेरे श्याम मुरारी मुझे दर्श दिखाओ, मेरे श्याम मुरारी मुझे

इक तारा वाजदा जी हर दम गोविन्द गोविन्द केहन्दा, जग ताने देंदा ए, तै मैनु कोई फरक नहीं पैंदा ।

राधा जी के सनम पेड़ ऐसा कदम श्याम बंसी बजाई मजा आ गया, नाचती गोपियाँ राधा की सखियाँ लीला ऐसी

तू दवा दे हमे जा ज़हर, बात सुन लो ये श्याम मगर, हम तेरे आसरे है मेरे सँवारे, छोड़ देना

अखियाँ हरी दर्शन की प्यासी | देखियो चाहत कमल नैन को, निसदिन रहेत उदासी | आये उधो फिरी गए आँगन,