
श्याम नगीना बन जाते
श्याम नगीना बन जाते री नथनी में जड़ाते ॥ तुम होते चंदा हम हों सितारे हम हों सितारे श्याम हम

श्याम नगीना बन जाते री नथनी में जड़ाते ॥ तुम होते चंदा हम हों सितारे हम हों सितारे श्याम हम

तन मन धन सब देना श्याम वे तेनू जान ना देना, रल मिल सखिया ने मता मताया, अपने शाम दा

दीवाना बना दिया हमे, मस्ताना बना दिया ll हो बनवारी lll तेरी यारी ने, दीवाना बना दिया ll भूल गई

तुम भी हमारे बिना रह न सकोगे, दर्द जुदाई वाला सेह न सकोगे, दौड़े चले आउ गए भुला न सकोगे,

दुनिया ने जब रुलाया तूने गले लगाया, मुझे ख़ाक से उठा कर गोदी में ला बिठाया, दुनिया ने जब रुलाया

हे गोविन्द हे गोपाल, हे गोविन्द हे गोपाल हे दयाल लाल प्राणनाथ अनाथ सखे दीन दर्द निवार हे गोविन्द हे

जे श्यामा तू मेरी तोर वेखनी, पीछे पीछे यमुना दे आंदा या मेरे नैना नाल नैन मिलांदा जा, पी पी

किरपा बरसने लगी कन्हियाँ तेरी किरपा बरसने लगी, भरसो से खाली झोली मेयर खुशियों से भरने लगी, सुनी ज़िंदगानी थी

फर्याद करता हु दिल साद करता हु, मुरली मनोहर से हिरदये की बात कहु गा खामोश रहु गा, फर्याद करता

जिसके जप तप से मिलता है, तन मन को आराम, वो राधा का श्याम, वो मीरा का घनश्याम, सारे जग