जगत प्रीत मत करियो रे मनवा
जगत प्रीत मत करियो रे मनवा, जगत प्रीत मत करियो, हरी वादा से डरियो रे मनवा, जगत प्रीत मत करियो
जगत प्रीत मत करियो रे मनवा, जगत प्रीत मत करियो, हरी वादा से डरियो रे मनवा, जगत प्रीत मत करियो
फूल बंगले की शोभा है न्यारी, बैठे सज धज के बांके बिहारी, शाही गुलाबों से सजा दरबार है, हर तरफ
उठा पर्दा दिखा जलवा दीवाने खास आए हैं, सुनाने हाले दिल मोहन तुम्हारे पास आए है, पर्दे के पीछे जो
नंदबाबा के आया कन्हिया नाचो गाओ जी हैप्पी बड्डे कान्हा जी का आज मनाओ जी आया जन्मदिन सवेरे का धूम
अरे भजे मुरलियाँ प्यारे की नटखट मोहन मुरारी की, गाऊ चरिया प्यारे की छलियाँ नन्द दुलारे की, मुरली की धुन
लल्ला की सुन के मै आई, यशोदा मैया दे दे बधाई ll दे दे बधाई मैया, दे दे बधाई ll
चुनरी खींच लई कान्हा ने, प्रेम डगरियाँ है टेडी टेड़े की नजरियां है टेडी, छुप छुप जाऊ जी अपने, छेड़े
राधे दे दे बंसी मेरी कब से करू खुशामत तेरी मैं हाथ जोड़ के, प्राण बंसी में वसे है नन्द
सुनाये मधुर तान मोहे श्याम लगे धुन बंसी की दीवानी, दिवानो बंसी को ब्रिज धाम राधिका बरसाने वाली, चल के
झूम उठा जग सारा ऐसी खुशियां छाई, तूने मुरली वाले ऐसी धुन है भजाई, ये जन्माष्टमी आई तेरी जय हो