
प्रेम दीवानी मीरा
प्रेम दीवानी मीरा के प्रभु भाग ऐसे जागे, साथ है गिरधर मुरारी और अब क्या मांगे, तेरा मोहक रूप मोहन

प्रेम दीवानी मीरा के प्रभु भाग ऐसे जागे, साथ है गिरधर मुरारी और अब क्या मांगे, तेरा मोहक रूप मोहन

दर पे आया जी सांवरिया माहरा भाग जगा दे रे, नाव भवर में अटकी परली पार लगा दे रे, दर

हरि जी मेरी लागी लगन मत तोडना | लागी लगन मत तोडना, प्यारे लागी लगन मत तोडना || खेती बोआई

जय नारायण नारायण जय जय नारायण नारायण जय जय नारायण नारायण हरी हरी जय जय नारायण नारायण हरी हरी सवामी

दीं हीं तेरे धाम आये है मेरे घनश्याम, डाल नजरियां ऐसी सांवरियां भिगङे बने सब काम, जिसको दुनिया ने ठुकराया

सिर पे दोनों हाथ फेर दे तेरा की घट जावे गा तेरा कुछ न बिगड़े गा तेरा टाबरियां तर जावेगा,

मेरा एक साथी है बड़ा ही भोला भाला है, मिले न उस जैसा वो जग से निराला है, जब जब

बावरे नैना भर रहे रात भर, सोये जागे जागे सोये जाने किस बात पर, मन खुश भी है बेचैन भी,

बिन पिये नशा हो जाता है जब सुरत देखू मोहन की मनमोहन मदन मुरारी है जन जन का पालनहारी है

श्याम प्यारे मुरलिया सुना दे अपनी मुरली पे हमको नचा दे बड़ी प्यारी है एह मतवारी है एह जादूवाली है