
व्याह करा दो मेरा राधा गोरी से
नैन मिले सो नैन मिले चोरा चोरी से, व्याह करा दो मेरा राधा गोरी से, हर सपनो में राधा रानी

नैन मिले सो नैन मिले चोरा चोरी से, व्याह करा दो मेरा राधा गोरी से, हर सपनो में राधा रानी

साहनु दुनिया ने दिता ठुकरा श्री राधे साहनु ला ले चरणी, श्री राधे साहनु ला ले चरणी , आज दर

कोई शोंक न था खेलने का हम को खतरों से, पर क्या करे दिल खो गया,उन टेढ़ी नजरो में, उन

सारा जग ढूंढ लिया कोई तुमसा न देखा, मोहन तेरे जलवे में सारा ही जहान देखा, रोता आये जो यहाँ

अधरं मधुरं वदनं मधुरं, नयनं मधुरं हसितं मधुरम्।हृदयं मधुरं गमनं मधुरं, मधुराधिपतेरखिलं मधुरम् ॥१॥भावार्थ : हे भगवान श्रीकृष्ण! आपके होंठ

लक्ष्मी जैसी हमरी दुल्हनियां, दुल्हनियां बिन रहा जाये न, राहा जाये न राहा जाये न, बिरहा का दुखड़ा सहा जाये

किसने बजाई सखी बाँसुरिया किसने बजाई बांसुरियां, पहले सुर में मोहे राधिका झलकी प्रेम गगरियाँ, किसने बजाई सखी बाँसुरिया…. दूजे

तुम्हारी याद आती है बताओ क्या करे मोहन, सुबह और शाम आती है रात भर वो रुलाती है, चैन हम

गोकुल विच खुशिया छाइयाँ आज नंद घर पुत जमेया, नर नरायन कमल नैन नन्द घर लगी आंदन दी झड़ी, हो

अकेली घेर लई मधुवन में, श्य़ाम तैने कैसी ठानी रे, श्य़ाम मोहे वृंदावन जानो लौट कर बरसाने आनो मेरी कर