
आणो पड़सी सेठ सावरां,भक़्ता की अरदास है
आणो पड़सी सेठ सावरां,भक़्ता की अरदास हैअर्जी सुणकर आवगो तु , सगलां नै विश़्वास है जब जब कोई काम पड़

आणो पड़सी सेठ सावरां,भक़्ता की अरदास हैअर्जी सुणकर आवगो तु , सगलां नै विश़्वास है जब जब कोई काम पड़

हरि बोल हरि बोल हरि हरि हरि बोल, मुकुंद माधव गोविन्द बोल, हरि बोल हरि बोल हरि हरि हरि बोल,

बरसाना बरसाना, हो… प्रेमी भक्तो का है यह पागलखाना राधा नाम के पागल राधा गुण गाएं जग की नहीं परवाह

हर घडी याद तेरी आये सौतन बन के, हो मैं फिरू श्याम तेरे नाम की जोगन बन के, इक जमाना

सुनले सांवरिया सरकार दे दे तू चरणों का प्यार तेरे दर पे खड़ा हूँ दर्शन दे दो ना एक बार

क्या वैकुण्ठ क्या स्वर्ग का करना मुझको जान से प्यारा, खाटू धाम हमारा, खाटू की धरती पावन यहाँ बाबा का

श्याम तेरी मुरली पे नाच रहा जग सारा, राधा नाचे मीरा नाचे भजा के आज इक तारा, तेरी मुरली की

समज ले बात मलेगी हाथ चुनरियाँ रह जायेगी कोरी, गोरी आयो फागुन मॉस खेल तू रसियां से होली, तू है

नन्द गाँव मैं खुशियाँ छाई, आज आये है कृष्णा कन्हाई, आज घर घर में थाल बजे है, देखो घर घर

कलीयुग में अबना आना प्यारे कृष्ण कन्हैया, तुम बलदाऊ के भाई हो। यहाँ सब दाऊद के भैया, कलियुग में अब