
है तू अलबेली सरकार तू मेरा दिल धड्काती है
कभी कभी तू डाल के घुंघट पनघट जाती है मतवाली सी चाल तेरी मेरे मन को भाति है ओ मेरी

कभी कभी तू डाल के घुंघट पनघट जाती है मतवाली सी चाल तेरी मेरे मन को भाति है ओ मेरी

सांवरो कन्हैया मेरो मन में वसो है, मुरली भजाने वालो मन में वसो रे, मन में वसो रे कान्हा तन

सुन मनमौजी सांवरियां. तू तो बेठियो हुकम चलावे, कानुड़ा नखरा घना दिखावे तेरी मेरी कइया निभ सी, छप्पन भोग छति

मेरा सूना है संसार श्याम आ जाओ इक बार, श्याम आ जाओ बाबा आ जाओ, मेरी सुन लू करुण पुकार

सूझे न डगरियाँ श्याम बिना, कब लोगे हमारी नाथ खबरियां श्याम बिना गोकुल छोड़ी मथुरा सिधारो कब होये है हमरी

तू सोये भाग जगा दे रे मैं राधे राधे कहती मेरे कृष्णा दर्श दिखा दे रे मैं राधे राधे कहती

कान्हा मेरी गगरियाँ मत फोड़ो, अरे कंकड़ न मारो सोचो विचारों बीच सडक पर गुलेल यु न चलाओ, तरस हम

जगराते दी सुहानी रात आई नि अमिये जय जय कार भगता ने लाइ तेरी अमिये, जगराते दी सुहानी रात आई

तू बनता किनारा श्याम तेरी फितरत है घनश्याम तेरे पसरे नैनो में हम बेहके हुए बदनाम तू बनता किनारा श्याम

मैं हु शरण में तेरी संसार के रचिया, कश्ती मेरी लगा दो उस पार ओ कन्हिया, मेरी अरदास सुन ली