
रे मन हरि सुमिरन कर लीजै
रे मन हरि सुमिरन कर लीजै हरि सुमिरन कर लीजै हरि सुमिरन कर लीजै हरिको नाम प्रेमसों जपिये, हरिरस रसना

रे मन हरि सुमिरन कर लीजै हरि सुमिरन कर लीजै हरि सुमिरन कर लीजै हरिको नाम प्रेमसों जपिये, हरिरस रसना

राम कहो या कृष्ण कहो तुम ये है पावन नाम सदा, जिन्हे भी चाहो इष्ट बना लो दोनों ही सुख

पाके श्याम नाम दिया वंगा दीवानी हो गइया, मैं दीवानी मैं दीवानी, पाके श्याम नाम दिया वंगा दीवानी हो गइया,

वृन्दावन कैसी नगरिया रे वृन्दावन प्रेम नगरिया रे, सब भगतो की सूद लेता है श्याम सांवरिया रे, सूद लेता मेरा

ओ कान्हा प्यारे हो जब से छोड़ गए गोकुल ना बोली भागो में बुलबुल ये गोकुल तुझ बिन है व्याकुल

हुआ अचम्भा बेश देख कर तेरे यार, देख जरा रुक्मण मामला ये प्यार का, ऐसे कैसी पड़ी मुसीबत बेस बनाया

श्यामा तेरे नाम हज़ार केहड़े नाम लिखा मैं चिठिया अपना दस देयो नाम केहड़े नाम लिखा मैं चिठिया कोई कहंदा

गोकुल में देखो वृंदावन में देखो मुरली वाजे रे, श्याम संग राधा नाचे रे छम छम नाचे राधा रानी सुन

कर दो श्रमा किशोरी अपराध मेरे सारे, बड़ी आस लेके अई दरबार में तुम्हारे, तुम्ही किरपा से श्यामा चलती है

मेरे बांके बिहारी के नैना सखी री कछु जादू सो कर गए री, मेरे कुञ्ज बिहारी के नैना सखी री