
ओ मेरे सांवरिया इक अर्ज़ी है सुनले
ओ मेरे सांवरिया इक अर्ज़ी है सुनले भक्ति चाहूँ तेरी अपनी भक्ति दे दे चरणों में तेरे पड़ा मैं रहूं

ओ मेरे सांवरिया इक अर्ज़ी है सुनले भक्ति चाहूँ तेरी अपनी भक्ति दे दे चरणों में तेरे पड़ा मैं रहूं

बांके बिहारी में हाय मेरा दिल लुटियाँ, मुरली वाले ने हाय मेरा दिल लुटिया, पहले ते मेरी मटकी फोड़ी फिर

मैं बरसने की राधा तुझे समजाऊ से मत फोड़ दही की मटकी तोहे सजा करा दू से मैं वृन्दावन का

स रे गा मा पा धा नि सा , नि ध पा मा प् धा, सांसो की सरगम पे गाओ

कैसा प्यारा ये दरबार है, यहाँ भगतो की बरमार है, सबके मालिक ये सरकार है, जिनकी दुनिया को दरकार है,

जै मैं होन्दा सावरे मौर तेरे मथुरा दा, तेरी बागी पहलाँ पांदा, तेनू नच्च के वखान्दा, हो तेरे रज्ज-रज्ज दर्शन

बताओ कहाँ मिलेगा श्याम। चरण पादुका लेकर सब से पूछ रहे रसखान॥ वो नन्ना सा बालक है, सांवली सी सूरत

राधा आई, सखिया आयीं, लेकर रंग गुलाल काले रे काले कहना ने कैसो कर दियो लाल जुलम कर डारो सितम

बांके बिहारी की अंखिया जादू कर गई बिसर गई सुध रही न तन की ……हाय रे….. मै तो मर गई

आजा नन्द के दुलारे ओ रोवे अकेले मीरा, बात सी न व्याह करवाया तेरे संग में व्याही ओ. पीहर छोड़