
तब पत्थर पिघले गा तब बाबा बोलेगा
दिल के भाव जब उथल पुथल कर मन को जिजोरेगा, तब पत्थर पिघले गा तब बाबा बोलेगा, ये पत्थर का

दिल के भाव जब उथल पुथल कर मन को जिजोरेगा, तब पत्थर पिघले गा तब बाबा बोलेगा, ये पत्थर का

तेरा मेरा रिश्ता ऐसा तोड़े से न टूटे, तू मुझको जाने फिर क्यों ना माने, देख रहा है दूर से

बाबा रे बाबा खाटू वाला देव बड़ा दिल वाला, माँ का वचन निभाने खातिर शीश दान कर डाला, खाटू में

हम तुमको क्या दे सकते है, तू सब का दातार जो भी तेरी शरण में आया तू ही पालनहार, तेरा

आभास दो कुछ मुझे पास तुम हो ना, आंसूवन कहे जुबानी तुझसे मेरी कहानी, तुझे भी लगे संवारिये आंसू मेरे

सांवरियां के सेवक है हम श्याम नाम मस्ताने हम है श्याम दीवाने, श्याम सहारा भक्तो का कोई माने या ना

जिनकी किरपा रहती हर पल, आठों पेहर दिन रेन हम उस श्याम धनि के फैन, जिनकी किरपा रहती हर पल,

तुमसे है बाबा हर ख़ुशी अपनी, तूने सजा है ज़िंदगी अपनी, तुमसे है बाबा हर ख़ुशी अपनी, तेरे पास आये

(तर्ज: श्याम धणी आने में…..) कृपा की तेरी बाबा कोई पार ना पायेगा , उलझन तू ना मेट सका तो

धरती को अम्बर से जोडे, उसका नाम मोहब्बत हैं, शीशे को पत्थर से तोङे , उसका नाम