
झण्डेवालिये मैं आया द्वारे तेरे
झण्डेवालिये मैं आया द्वारे तेरे काटो दुःख ते कलेश माये मेरे, तेरे चरना च ला लये ने डेरे काटो दुःख

झण्डेवालिये मैं आया द्वारे तेरे काटो दुःख ते कलेश माये मेरे, तेरे चरना च ला लये ने डेरे काटो दुःख

सुण ले मेरी माएँ मैं तेनु कहना ऐ, कर मेहरा दी छा मैं छावा बहना ऐ तू पत्थर नु वी

मीठे लगदे मईया जी तेरे बोल. वेले अमृत दे, वेले अमृत दे, वेले अमृत दे, सहनु रख चरना दे कोल,

जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी, तुमको निशदिन ध्यावत, हरि ब्रह्मा शिवरी। मांग सिंदूर विराजत, टीको मृगमद को, उज्ज्वल

दिता सुफने च मइयां ने दीदार, माँ कंजका नाल खेड़दी फिरे, धीया झुटदियाँ बेहना वारो वार, माँ कंजकाँ नाल खेडदी

असी बचड़े हाँ तेरे माँ तू दयाल रही माँ, असी जदो जिथे जाइये साढ़े नाल रही माँ, सदी हर जगह

तेरा विछौड़ा झळल्या न जावे, बिन मिल्या सानूं चैन न आवे, होर न बाकी दिल विच्च कोई, हसरत रह गई

पहाड़ी की धरती में चमका सितारा दुर्गा स्वरूपा से छाया उजियारा, दर्शन को आया है संसार सारा गूंज रहा है

उचियाँ धारा तेरे डेरे जय हो ज्योता वाली माँ, करने दर्शन तेरे जय हो ज्योता वाली माँ, कोई ता भगत

चल भगता चल माता जी दे चलिये, चढ़ चलिये घर बार अपना, मैं चला गा तेरे नाल झंडा मैं चकना,