
मेवा लेजा रे ओ सेवा दे जा रे
मेवा लेजा रे ओ सेवा दे जा रे, खाली गया जो माँ के दर से बड़ी बदनामी होगी, जो भी
मेवा लेजा रे ओ सेवा दे जा रे, खाली गया जो माँ के दर से बड़ी बदनामी होगी, जो भी
घर में पधारो लक्ष्मी मैया मेरे घर में पधारो, कष्ट निवारो लक्ष्मी मैया मेरे घर में पधारो, तुम रिद्धि वाली
मन में तुझे बसा के कर लेंगे हम बंद आँखे, पूजा करेंगे तेरी चरणों में रहेंगे तेरे, जब से पाया
मेरे अंगना में छाई बहार मेरे घर माँ आई, प्यारा लगने लगा संसार मेरे घर माँ आई, आज मुरादों का
लगे लंगर प्यारे मेरी मियाँ दे द्वारे, आओ रज रज खा लिये, माँ शेरावाली नु नच के मना लाई ये,
ओ मेरी झंडे वाली माँ करदी मेहरा वाली छा, देखो बचैया नु दर ते भुला रखदी, मईया बचैया च मेहरा
पर्वत दियां कावा वे तेथो दूर बलावा वे , मेरी माई दी गल सूना मेनू, तेनु चुरियाँ कूट कूट पावा
चरण तोर करव बंदना मोर दुरगा दाई॥ चरण तोर करव बंदना…. रूप हर मन भावन लागे।देखत करम जस जागे। गावत
सोहना माँ दा भवन सजा के रंग भीरंगियाँ लड़ियाँ ला के, चारे पासे खुशियाँ दा रंग बरसे नालो नाल. नि
माँ दर पे तेरे मैं आया हु, खाली झोली लाया हु, मुझे दर्श दिखा चरणों से लगा, नहीं करना माँ